7 करोड़ श्रद्धालु, 2981 जवान, 134 सेक्टर: कांवड़ मेला 2025 के लिए हरिद्वार में अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम, जानिए हर अपडेट

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समाचार सच, हरिद्वार। सावन की आस्था और शिवभक्ति से जुड़ी कांवड़ यात्रा 2025 शुक्रवार, 11 जुलाई से शुरू हो रही है। इस बार हरिद्वार में 7 करोड़ से ज्यादा कांवड़ियों के पहुंचने की उम्मीद है, जिसे देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने रिकॉर्ड तोड़ सुरक्षा और व्यवस्थाएं की हैं। यात्रा की शांतिपूर्ण और सुरक्षित शुरुआत के लिए 11 जुलाई को सुबह 10 बजे हर की पैड़ी पर मां गंगा का पूजन किया जाएगा। इसमें गंगा सभा के पदाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी शामिल रहेंगे। Kanwar Mela 2025

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सुरक्षा और व्यवस्थाएं इस बार पहले से ज्यादा चाक-चौबंदः
कांवड़ मेला क्षेत्र को 16 सुपर जोन, 38 जोन और 134 सेक्टरों में बांटा गया है। 2981 पुलिसकर्मी, जिनमें महिला पुलिस, इंटेलिजेंस, ड्रोन टीम, एटीएस, बम स्क्वाड, साइबर यूनिट और जल पुलिस शामिल हैं, तैनात रहेंगे।
ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी के ज़रिए पूरे मेले की निगरानी होगी।
दो क्विक एक्शन टीमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तैयार रहेंगी।
15 पीएसी कंपनियां, 18 अर्धसैनिक बल टुकड़ियां और जल बचाव दल की भी तैनाती की गई है।
हथियारनुमा वस्तुओं की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है।

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कांवड़ियों के लिए विशेष सुविधाएंः
हर की पैड़ी, बैरागी कैंप, कांवड़ बाजार, कांवड़ पटरी में पानी की टंकियां, मोबाइल शौचालय, प्रकाश व्यवस्था और सफाई टीमें तैनात की गई हैं।

कांवड़ यात्राः आस्था और तप का प्रतीक
हर साल सावन के महीने में भोलेनाथ के भक्त उत्तराखंड के हरिद्वार, ऋषिकेश और गंगोत्री से गंगाजल लेकर अपने नगरों तक जाते हैं और शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। इस धार्मिक यात्रा में बुजुर्ग, महिलाएं, युवा और बच्चे भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

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हरिद्वार में गैर-हिंदुओं के प्रवेश को लेकर बयान
हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रबोधनंद गिरि ने मांग की है कि कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार तीर्थ क्षेत्र में गैर-हिंदुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए। उन्होंने इसे कानून और धार्मिक आस्था का विषय बताया और सरकार से इसका पालन सुनिश्चित करने की अपील की है।

-यात्रा अवधिः 11 जुलाई से 23 जुलाई (सावन शिवरात्रि)
-यह सिर्फ यात्रा नहीं, भगवान शिव की कृपा पाने का संकल्प है।

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