समाचार सच, हल्द्वानी। उत्तराखंड के दुर्गम पहाड़ी इलाकों से आने वाले बच्चों के लिए जब जीवन चुनौतियों से भरा हो, तब उम्मीद की एक किरण बनकर उभरा है गेल उत्कर्ष हल्द्वानी केंद्र। इस वर्ष भी इस केंद्र ने सफलता की मिसाल पेश की है। JEE Mains 2025 के नतीजों में इस संस्थान से पढ़े 50 में से 41 छात्र परीक्षा में सफल हुए हैं और अब JEE Advanced के द्वार पर खड़े हैं। उक्त जानकारी गेल उत्कर्ष के प्रोजेक्ट मैनेजर मनीष पंत ने दी


यह कोचिंग संस्थान कोई आम कोचिंग सेंटर नहीं, बल्कि उन बच्चों का सपना है जिनके पास सिर्फ हुनर है, पर संसाधन नहीं। गेल (इंडिया) लिमिटेड की सीएसआर योजना के तहत 2018 में शुरू हुए इस केंद्र ने अब तक 237 छात्रों को नि:शुल्क आवासीय कोचिंग दी है। इनमें से 220 छात्र अब देश के प्रतिष्ठित संस्थानों – IIT, NIT और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में अध्ययन कर रहे हैं।
यह सफलता सिर्फ आंकड़ों की नहीं, आत्मविश्वास की है। यह उन किशोर दिलों की तपस्या का फल है, जो धुंधले भविष्य के बावजूद सुबह की पहली किरण के साथ उठकर सपनों को साकार करने निकले।
गेल उत्कर्ष में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी तरह से मेरिट आधारित है, और उन्हीं छात्रों को चुना जाता है जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय ₹4 लाख से कम है और जो आर्थिक रूप से पिछड़े या ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं। लड़के-लड़कियों को समान अवसर देने वाली यह पहल न सिर्फ शिक्षा देती है, बल्कि उन्हें जीवन की हर परीक्षा के लिए तैयार करती है।
संस्थान का सपना है – कि उत्तराखंड की वादियों से निकलने वाली प्रतिभाएं देश के हर कोने में अपने ज्ञान का उजाला फैलाएं। यह सिर्फ कोचिंग नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की पाठशाला है, जहां से निकलने वाले छात्र जीवन को नई दिशा देते हैं।




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