समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से ही वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र सनातन ज्योतिष विज्ञान का वह अंश है, जो घर, मकान, दुकान आदि सभी निर्माण कार्याे को शास्त्रोक्त विधि से कराने में सहायक होता है। वास्तु शास्त्र सही चीजों का सही दिशा में होना अत्यंत आवश्यक होता है। कई बार जाने-अनजाने में हम अपने घर, दुकान, आफिस में कुछ ऐसी चीजें रख लेते हैं, जिनसे नकारात्मक ऊर्जा निकलती है और उस जगह का सारा वातावरण खराब हो जाता है, जिसके कारण तरक्की, रिश्ते, आय, स्वास्थ्य, मानसिकता आदि पर बुरा प्रभाव पड़ता है। हमें ऐसी चीजों को अपने आस-पास नहीं रखनी चाहिए, जिनसे हमारा अहित होने की सम्भावना हो, तो आइए जानते हैं वास्तु-शास्त्र एक्सपर्ट डॉ. भोजराज द्विवेदी के अनुसार, कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में जो वास्तु शास्त्र में हैं निषेध और लाती हैं नकारात्मकता।
कैक्टस
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कैक्टस के पौधे पर लगे नुकीले कांटे बुरी ऊर्जा का संचार करते हैं, जिसके कारण आपके घर में रहने वाले लोगों के मन में चिंता एवं तनाव बना रहता है और बुरे-बुरे भाव भी मन में उत्पन्न होते हैं। इसी वजह से कैक्टस के पौधे को घर में ना रखने की सलाह दी जाती है।
टूटा हुआ कांच
टूटे हुए कांच का घर में होना अनहोनी को बुलावा देने के समान माना जाता है. ऐसी मान्यता है की कांच में नकारात्मक शक्तियों को कैद कर लेने की क्षमता होती है परंतु जब कांच टूट जाता है तो यह नकारात्मक शक्तियां आजाद हो जाती हैं, जो हमारे लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकती हैं.
हिंसात्मक तस्वीरें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमें अपने घर या कार्यालय आदि में महाभारत के युद्ध की तस्वीर, महिशासुर मर्दन का चित्र, रामायण युद्ध का चित्र आदि हिंसात्मक तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से हमारे परिवेश में हिंसात्मक दृष्टिकोण मजबूत होता है तथा पारिवारिक जनों के बीच कलेश और झगड़ा उत्पन्न होता है।
खंडित विग्रह
भगवान की टूटी मूर्ति या खंडित चित्र भी घर में नहीं रखनी चाहिए और न ही उसकी पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि जब भगवान का विग्रह खंडित होता है, तब उसमें नकारात्मक शक्तियां आकर निवास करने लगती हैं, जो कि किसी भी व्यक्ति के लिए अमंगलकारी सिद्ध हो सकती हैं।
ताजमहल
विश्व के सात अजूबों में से एक, भारत के गौरव, ताजमहल का चित्र या उसकी प्रतिकृति को घर में रखना भी अशुभ माना जाता है। बेशक ताजमहल सुंदर तो है परंतु वास्तव में है तो वह एक मकबरा ही जहां शाहजहां और उसकी बेगम मुमताज की कब्रें बनी हुई हैं। इसे घर में रखना घर में अशुद्धि लाने के साथ-साथ यह मृत्यु एवं निष्क्रियता का भी प्रतीक है। (साभार: वास्तु-शास्त्र एक्सपर्ट डॉ. भोजराज द्विवेदी)


सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440