समाचार सच, देहरादून। उत्तराखंड के चर्चित पेपर लीक कांड पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज बड़ा बयान देकर सियासी हलचल तेज कर दी। सीएम धामी ने साफ कहा कि “जब तक मैं जिंदा हूं, छात्रों को न्याय दिलाना मेरी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस पूरे मामले की गहराई से जांच करा रही है और पिछले वर्षों के रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
सीएम धामी ने तीखे सवाल उठाए- “आखिरकार प्रश्नपत्र केवल कुछ लोगों तक ही क्यों पहुंचा? जिन तक पहुंचा, उनकी जिम्मेदारी थी कि वो इसकी सूचना तुरंत दें।”
उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रकरण को लेकर गलत प्रोपेगेंडा फैलाया गया और इसे पेपर लीक बताकर जनता के बीच भ्रम पैदा किया गया। धामी ने कहा कि नकल विरोधी कानून उन्हीं की सरकार लेकर आई थी और जब तक वे मुख्यमंत्री हैं, छात्रों का हित सर्वाेपरि रहेगा।
उन्होंने यह भी संकेत दिए कि जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच से भी सरकार पीछे नहीं हटेगी। फिलहाल SIT जांच कर रही है और सरकार रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
गौरतलब है कि 21 सितंबर को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा में हरिद्वार के एक सेंटर से प्रश्नपत्र के 3 पन्ने लीक होकर मात्र 35 मिनट में सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। SIT अब तक मुख्य आरोपी खालिद और उसकी बहन साफिया को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि असिस्टेंट प्रोफेसर, सेक्टर मजिस्ट्रेट और 2 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।


सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440