भीमताल बस दुर्घटनाः कार को बचाने के प्रयास में हुआ हादसा, देंखे मृतकों व घायलों के नामों की लिस्ट…

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समाचार सच, नैनीताल/हल्द्वानी। बुधवार को पिथौरागढ़ से हल्द्वानी आ रही रोडवेज बस की दुर्घटना में गंभीर घायल यात्रियों का इलाज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल और कृष्णा अस्पताल में जारी है। नैनीताल जिला प्रशासन के अनुसार, बस में कुल 29 यात्री सवार थे, जिनमें से 24 घायल हुए हैं। इनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है। ज्ञात हो कि इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। मृतकों में धारचूला के एक दंपती और एक बच्चा शामिल है।

कैसे हुआ हादसा?
क्वारब क्षेत्र में भूस्खलन के कारण बस का मार्ग बदला गया था। आमतौर पर यह बस भवाली-अल्मोड़ा हाईवे से हल्द्वानी पहुंचती है, लेकिन बुधवार को इसे धानाचूली-खुटानी मार्ग से भेजा गया। आमडाली के पास एक कार को बचाने के प्रयास में बस पैरापिट तोड़ते हुए खाई में जा गिरी।

रेस्क्यू अभियान में आई बाधाएं
घटनास्थल पर पुलिस और स्थानीय लोगों ने तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू किया। गहरी खाई और संसाधनों की कमी के कारण बचाव कार्य में मुश्किलें आईं। स्ट्रेचर न होने से घायल यात्रियों को मफलर और शाल का सहारा लेकर खाई से निकाला गया। घायलों को सड़क तक लाने में दो घंटे लग गए। एसडीआरएफ टीम समय पर नहीं पहुंच सकी, जिससे अभियान में देरी हुई।

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भावुक कर देने वाले दृश्य
दुर्घटना के बाद बस में चीख-पुकार मच गई। बस की छत टूटने से कई यात्री झाड़ियों में बिखर गए। यात्री ष्बचाओ-बचाओष् चिल्ला रहे थे। स्थानीय लोगों ने घायल यात्रियों को देखकर रेस्क्यू अभियान में बढ़-चढ़कर मदद की। यात्रियों के सामान, बैग और जूते-चप्पल खाई में बिखरे पड़े थे।

चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल
भीमताल सीएचसी घटनास्थल से महज एक किमी की दूरी पर थी, फिर भी वहां कोई प्राथमिक इंतजाम नहीं किया गया। घायलों को प्राइवेट एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाना पड़ा। बाद में सभी घायलों को हल्द्वानी के डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा गया। गंभीर मरीजों को एम्स ऋषिकेश ले जाने के लिए हेली सेवा की तैयारी की जा रही है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटनास्थल पर एएसपी जगदीश चंद्रा, सीडीओ अशोक कुमार पांडे, संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल समेत अन्य अधिकारी पहुंचे।

प्रशासनिक निरीक्षण और उपचार की व्यवस्था
दुर्घटना के बाद कैबिनेट मंत्री और जिले की प्रभारी मंत्री रेखा आर्य, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना। अस्पताल प्रशासन को घायलों के उपचार में हर संभव सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
कमिश्नर दीपक रावत ने बताया कि एम्स ऋषिकेश के ट्रॉमा सेंटर से दो विशेषज्ञ डॉक्टरों को हल्द्वानी भेजा जा रहा है। यदि आवश्यकता पड़ी, तो गंभीर रूप से घायलों को एयरलिफ्ट कर बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जाएगी।

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चालक का बयान: कार को बचाने में हुआ हादसा घायल बस चालक रमेश पाल ने सुशीला तिवारी अस्पताल में बताया कि बस सुबह 5 बजे पिथौरागढ़ से रवाना हुई थी और दोपहर 1:45 बजे भीमताल के सलड़ी क्षेत्र में एक दिल्ली नंबर की कार को बचाने के प्रयास में अनियंत्रित होकर 150 फुट गहरी खाई में गिर गई। हालांकि, प्रशासन की ओर से अभी तक कार से जुड़े इस बयान की पुष्टि नहीं हुई है। जांच जारी परिवहन विभाग ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है। हादसे के कारणों को लेकर अधिकारियों का कहना है कि विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

मृतकों की पहचानः
-खड़क सिंह (55), निवासी खेला, धारचूला
-गंगा धामी (48), पत्नी खड़क सिंह, निवासी खेला, धारचूला
-सुरेंद्र सिंह धर्मसत्तू (58), निवासी ग्राम टिमटिया तेजम, पिथौरागढ़
-दक्ष पंत (6), पुत्र विनोद पंत, निवासी ग्राम सिमाइल बेड़ीनाग
घायलों के नामः
घायलों में रोहित सिंह, मनीषा बिष्ट, अभिषेक बिष्ट, लक्की मेहरा, ठाकुर सिंह, निधि गोस्वामी, अंकित मेहरा, सुमन भट्ट, वंशिका टम्टा, हर्षिता, कल्पना रावत, भूमिका, यशपाल सिंह, गिरीश दानी, ईश्वर सिंह, अक्षिता गिरी, नेहा, रमेश चंद्र पांडे (बस चालक), गीतांजलि पांडे, रिया और कोमल आर्य शामिल हैं।

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