समाचार सच, रूद्रपुर (उत्तराखण्ड)। शुक्रवार, रात 8 बजे:
उत्तराखण्ड के वरिष्ठ लेखक, स्वतंत्र पत्रकार और विचारक शक्ति प्रसाद सकलानी का आज रात्रि निधन हो गया। वे पिछले एक वर्ष से अस्वस्थ चल रहे थे। उनकी उम्र 89 वर्ष थी।


शक्ति प्रसाद सकलानी, जिनका जन्म 4 जून 1936 को भैंसकोटी गांव, जिला टिहरी गढ़वाल में हुआ था, लंबे समय से बी-24, ट्रांजिट कैंप, रूद्रपुर में निवासरत थे। अपने जीवन में उन्होंने साहित्य, इतिहास, समाजशास्त्र और अध्यात्म के विविध पक्षों पर महत्त्वपूर्ण लेखन किया।
उनकी लेखनी ने उत्तराखण्ड को पहचान दिलाने में अद्वितीय भूमिका निभाई। उनकी प्रमुख कृतियों में ‘तराई-रूद्रपुर का इतिहास और विकास’, ‘उत्तराखण्ड की विभूतियां’, ‘उत्तराखण्ड में पत्रकारिता का इतिहास’ जैसी रचनाएं शामिल हैं।
सिर्फ इतिहास ही नहीं, उन्होंने ‘क्या ईश्वर है?’, ‘जीवन से पहले और मृत्यु के बाद?’, और ‘उसी की याद में’ जैसी रचनाओं के माध्यम से अध्यात्म और आत्मकथा को भी स्वर दिया।
उनकी कलम समाज के वंचित वर्गों के लिए भी समर्पित रही। उनकी अपकमिंग किताब ‘व्यथा का अमरजीवी-हिजड़ा’ ट्रांसजेंडर समुदाय की पीड़ा और संघर्ष को रेखांकित करती है।
उत्तराखण्ड के सामाजिक और बौद्धिक परिवेश में उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा।
उनके परिवार और पाठकों के प्रति हमारी गहरी संवेदना।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।




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