प्रथम गांव गिरगांव को जिला पंचायत सदस्य जगत मर्ताेलिया ने लिया गोद

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समाचार सच, मुनस्यारी। सीमांत तहसील में नशा मुक्त गांव की घोषणा करने वाले प्रथम गांव गिरगांव को आज एक समारोह में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्ताेलिया ने गोद ले लिया। इस गांव में आज से ही महिला स्वयं सहायता समूहों को रोज़गार से जोड़ने की पहल भी शुरू हो गई है। क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी ने छः माह नशामुक्ति पर कायम रहते हुए मिसाल कायम करने पर गांव के विकास के लिए दस लाख रुपए देने की घोषणा की। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्ताेलिया की अपील ने एक सप्ताह के भीतर अपना असर दिखा दिया।

बीते 31मई को गिरगांव की ग्राम प्रधान हंशा दुबड़िया की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया कि गांव में होने वाले किसी भी समारोह में नशे पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। नशा करने वाले को पांच सौ रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। इस फैसले के बाद अचानक उत्तराखंड में सीमांत का एक गांव गिरगांव चर्चा में आ गया। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्ताेलिया ने नशामुक्त ग्राम पंचायतों के लिए की गयी घोषणा के मुताबिक आज गिरगांव पहुंच कर आम जनता के साथ बैठक की। पंचायत घर में हुई बैठक में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्ताेलिया ने नशामुक्त ग्राम पंचायत बनाने की घोषणा के लिए ग्राम वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

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इस मौके पर लगे स्वास्थ्य शिविर में 174 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निशुल्क दवाइयां वितरित किया गया। ग्राम प्रधान हंशा दुबड़िया, युवक मंगल दल के अध्यक्ष देव सिंह दुबड़िया, ग्राम संगठन की अध्यक्ष रेखा को पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। इस गांव में तुलसी, गुलाब, बुरांश, कीवी, तेजपत्ता, नींबू प्रजाति के बागवानी को विकसित करने के लिए योजना बनाई गई। बैठक में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्ताेलिया ने कहा कि गिरगांव के सभी परिवार आगे शादी विवाह आदि समारोह के निमंत्रण पत्र में यह जरुर लिखवाएं कि ष् समारोह में आपका स्वागत है, लेकिन नशे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। पकड़ें जाने पर 500 रुपए दण्ड लगाया जायेगाष्। उन्होंने कहा कि समाजिक एवं सांस्कृतिक आंदोलन से ही हम नशे को जड़ से मिटा सकते है। भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रबंधक बहादुर सिंह धर्मसक्तू ने कहा कि पहाड़ के भीतर समाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक बदलाव का इतिहास यहां की महिलाओं के बगैर संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए महिलाओं को आगे आकर इस मुहिम का नेतृत्व करना है।

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बैठक में तय किया गया कि नशामुक्त ग्राम पंचायत बनाने के साथ ही ग्राम गिरगांव को मिनी हिमाचल बनाने के हर स्तर पर प्रयास किया जायेगा। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्ताेलिया ने बताया कि उन्होंने घोषित किया था कि गोद लेने वाले गांव के लिए विधायक, सांसद तथा जिला अधिकारी से सहयोग लेकर नशामुक्त गांव में विकास की वर्षा करेंगे। मर्ताेलिया ने बताया कि बात करने के बाद क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी ने इस गांव के विकास के लिए दस लाख रुपए देने की घोषणा के साथ ही ग्राम वासियों को इस अनूठे अभियान को संचालित करने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डां एचएस ह्यांकी के आदेश पर स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। जिसमें गिरगांव के 174 लोगों का स्वास्थ्य उपचार कर निशुल्क दवाइयां बांटी गई।
स्वास्थ्य शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी की डा. शैलजा तिवारी, डां राजन मिश्र, फार्मासिस्ट डां त्रिभुवन सिंह रावत, आशा फैसेलेटर पुष्पा राना, आशा कार्यकर्ती ममता देवी ने रोगियों का परीक्षण किया। इस मौके पर सरपंच धरम सिंह बाछमी, तीर्थराज मेहता, गोविंद सिंह, भावना देवी, दीपा देवी, रामी देवी आदि मौजूद रही।

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