हल्द्वानी में जान पहचान होने का नशा करने वालों ने उठाया फायदा, अलमारी में रखे आभूषणों पर किया हाथ साफ

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Drug addicts took advantage of being known, cleaned their hands on the jewelery kept in the cupboard

समाचार सच, हल्द्वानी। पुलिस ने जान पहचान का फायदा उठाकर नशा करने वाले दो युवकों को अल्मारी से चुराये आभूषणों के साथ गिरफ्तार किया।

ज्ञात हो कि होली की अगले दिन बद्रीपुरा निवासी श्रीमती आकांक्षा पत्नी सूरज थापा ने कोतवाली में आकर तहरीर दी कि अज्ञात चोरों द्वारा उनके घर की अलमारी में रखें आभूषण चुरा लिये हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर अपनी कार्रवाई प्रारम्भ कर दी। इसके लिए पुलिस ने मुखबिर भी लगाये।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भटट द्वारा बद्रीपुरा हल्द्वानी क्षेत्र में हुई चोरी की घटना को अन्जांम देने वाले अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तार कर चोरी किया गया सम्पूर्ण माल बरामद करने हेतु अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। एसपी सिटी हरबन्स सिंह, सीओ भूपेन्द्र सिंह धौनी,ं कोतवाल हरेन्द्र चौधरी के दिशा निर्देशन में पुलिस टीम गठित की गयी। टीम की जिम्मेदारी हीरानगर चौकी प्रभारी धमेंन्द्र कुमार, उपनिरीक्षक बबीता, कानि0 पूरन मेहरा, ललित नाथ क्षेत्र में हुई घटना की जांच में सर्वप्रथम में उनके द्वारा सीसीटीवी कैमरों को बारीकी से खंगाला इसी दौरान मुखबिर ने सूचना दी गयी गुरूवार को जिन लोगों ने आकांक्षा के घर चोरी की थी वह दोनों अभी-अभी रूपनगर को जाने वाले रास्ते के की ओर जा रहे उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुये मुखबिर द्वारा बताये स्थान में पहुंची तो पुलिस को देख दो व्यक्ति भागने का प्रयास करने लगे लेकिन पुलिस ने उनके मंसूबों को नाकाम कर अपनी गिरफ्त में ले लिया। तलाशी लेने पर अभियुक्त योगेश के पास से एक पीली धातु की अंगूठी जिसमें सफेद पारदर्शी नग लगा व दो अदद छतरीनुमा पीले धातु के टॉप्स व एक आईफोन बरामद हुआ। वहीं दूसरे अभियुक्त सागर की तलाशी लेने पर उसके पास से दो पीले धातु का मंगलसूत्र, जिसमें एक में चैन के साथ सफेद धातु का गोल पेंडल लगा हुआ था साथ ही दो जोड़ी बिछुए भी बरामद हुए।
पूछताछ में उन्हांेने अपना नाम योगेश लोहनी पुत्र स्व0 दीप चन्द्र लोहनी निवासी 604 बद्रीपुरा, सागर परमार पुत्र राजकुमार परमार निवासी गली नंबर 02 शिव विहार कठघरिया बताया साथ यह भी बताया कि हम आकांक्षा उर्फ माही दी को काफी समय से जानते थे तथा उनके घर पर भी आना जाना रहता था। मैं नशे का आदी हूं नशा खरीदने के लिए मुझे पैसों की आवश्यकता पड़ती है। होली में मेरे सारे पैसे खर्च हो गये थे । जिस कारण हम दोनों ने आकांक्षा उर्फ माही दीदी के घर से अलमारी में अंदर रखें उनके सोने के जेवर चुराए थे जिन्हें हम आज बेचने के जा रहे थे। चूंकि सागर व योगेश उपरोक्त से चोरी का माल बरामद होने पर अभियोग में धारा 411 आईपीसी की बढ़ोतरी गयी।

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