
समाचार सच, हल्द्वानी। दस दिवसीय सरस आजीविका मेला 2025 का सोमवार को भव्य समापन हुआ, जिसमें देशभर से आए स्वयं सहायता समूहों ने कुल ₹4,93,41,293 (चार करोड़ तिरानबे लाख इकतालीस हजार दो सौ तिरानबे रुपये) की बिक्री की। इस मेले में उत्तराखंड सहित विभिन्न राज्यों के महिला समूहों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री का बेहतरीन अवसर मिला।
बतौर मुख्य अतिथि श्री दीवान सिंह बिष्ट ने अपने सम्बोधन में कहा कि सरस आजीविका मेले के दौरान ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा यह एक अभियान की शुरुआत की गई है, ताकि हमारे देश के स्वयं सेवी संस्थाओं, हस्तशिल्पियों और हस्तकारों को लोकल उत्पादों को प्रदेश के साथ ही देश में पहचान मिलेगी वही इनकी आर्थिकी भी मजबूत होगी।
उन्होंने कहा केंद्र व प्रदेश सरकार का मुख्य उददेश्य आत्मनिर्भर भारत का संकल्प व वोकल फॉर लोकल अभियान को बढ़ावा प्रदान करना है, साथ ही देश के प्रधानमंत्री के ग्रामीण महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का सपना भी साकार हो रहा है। इन स्टॉलों के द्वारा स्थानीय उत्पादों के बारे में आम लोगों को जानकारी मिलने के साथ ही उत्पादों को क्रय करने को बाजार मिलता है और स्वयं सेवी संस्थाओं को रोजगार के साथ ही उनकी आर्थिकी भी मजबूत होती है।
विधायक श्री बिष्ट ने कहा कि इस प्रकार के मेलों से देश सभी राज्यों के स्थानीय उत्पादों के बारे में लोगों को जानकारियां मिलती है और स्थानीय उत्पाद एक ही स्थान पर मिलने से लोगों को सभी वस्तुयें यहॉ मिल जाती है, जिससे रोजगार के साथ ही स्वयं सेवी संस्था स्वरोजगार भी दे रही है। इस अवसर पर विधायक श्री बिष्ट ने सरस मेले में लगे स्टॉलों का भ्रमण किया और खरीददारी भी की।

समापन समारोह में लोक संस्कृति का रंग
समापन दिवस के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में उत्तराखंड के लोक कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियां दीं। इस दौरान विधायक लालकुआं डॉ. मोहन सिंह बिष्ट मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि इस मेले के जरिए महिला समूहों को अपने उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने का सुनहरा अवसर मिला। साथ ही, विभिन्न राज्यों के समूहों को एक-दूसरे की संस्कृति और उत्पादों को जानने-समझने का मौका भी मिला।
महिला स्वयं सहायता समूहों को किया गया सम्मानित
सरस मेले में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले महिला स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया गया:
प्रथम स्थान: पूर्णागिरि महिला स्वयं सहायता समूह, चंपावत
द्वितीय स्थान: शगुन महिला सहायता समूह, हल्द्वानी (पहाड़ी उत्पाद)
तृतीय स्थान: गौल्यू सहायता समूह, चंपावत (लोहार कारीगरी)
मुख्य अतिथि डॉ. मोहन सिंह बिष्ट ने इन समूहों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
मुख्य अतिथि ने कहा कि सरकार महिला समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है, और ऐसे मेलों से लोकल उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अन्य राज्यों से आए स्वयं सहायता समूहों को उत्तराखंड सरकार की ओर से धन्यवाद दिया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की निरंतरता बनाए रखने पर जोर दिया।
समापन पर अधिकारियों और प्रतिनिधियों का आभार
समापन समारोह में मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पांडे, जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी गोस्वामी, एपीडी चन्दा फर्त्याल सहित जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, स्थानीय जनता और देशभर से आए स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।


सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440