समाचार सच, हल्द्वानी। महानगर हल्द्वानी के वैदिक गणित विशेषज्ञ मयंक गर्ग की पुस्तक ‘द मैजिक ऑफ वैदिक मेथ्स’ विद्यार्थियों के मन से गणित के डर को दूर करेगी। साथ ही बच्चों में गणित पढ़ने के प्रति रूचि भी पैदा करेगी। मयंक बताते है कि वैदिक गणित को सीखकर विद्यार्थी अंकगणितीय के कठिन सवालों को सरल तरीके से हल कर सकता है।
पुस्तक ‘द मैजिक ऑफ वैदिक मेथ्स’ का नया संस्करण भारत सहित दुनियां के लगभग सभी देशों में पा रहा है ख्याति
मंगलवार को यहां एक पत्रकार वार्ता के दौरान वैदिक गणित के विशेषज्ञ मंयक गर्ग ने बताया कि उनकी पुस्तक ‘द मैजिक ऑफ वैदिक मेथ्स’ का नया संस्करण भारत सहित दुनियां के लगभग सभी देशों में ख्याति पा रहा है। मयंक ने बताया कि उन्हें कई यूरोपीय देशों के कॉलेज वैदिक गणित व एप्टीट्यूड पर लैक्चर देने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं। उनका कहना है कि भारतीय प्राचीन वैदिक गणित को भारत व यूरोप व अमेरिका में ख्याति अर्जित हो और विश्व वैदिक गणित का लाभ ले इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। अपनी उपलब्धि पर मयंक ने कहा कि मेरी यह पुस्तक व लेक्चर इतना प्रेम पायेंगी ऐसी अपेक्षा उन्होंने कभी भी नहीं की थी।
सरकारी स्कूलों के बच्चों तक वैदिक गणित और एटीट्यूड की क्लास पहुंचाना
मयंक गर्ग ने बताया कि वैदिक गणित पर पुस्तक लिखने का उनका उद्देश्य नाम कमाना नहीं था बल्कि भारत के गणित के अमूल्य सिद्धान्तों को दुनियाँ तक पहुंचाना था। लेकिन अब जबकि इतना अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है तो में इस शिक्षा को और आगे ले जाना चाहता हूँ। मयंक ट्रीन विन नामक कंपनी का संचालन पिछले 10 साल से जाने माने शिक्षाविद वैभव पांडे और यू सि ल ए अमेरिका से कैरियर काउंसलर अंशुल वशिष्ठ के साथ चला रहे है। उन्हें यह प्रेरणा कैसे मिली यह पूछने पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनकी प्रेरणा हैं। उनकी ही तरह देश का नाम विश्व में आगे लेकर जाना चाहता हूँ। कोविड काल के दौरान मयंक ने अपनी टीम के साथ बहुत मेहनत की। उन्होंने बताया कि कोविड काल मे विद्यार्थी काफी परेशान थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि समय का सदुपयोग कैसे करें। हमने फैसला लिया कि गणित को आसान बनाते हुए बच्चों तक पहुँचाया जाये। ऑनलाइन क्लास के माध्यम से हम सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि यूरोप, अमेरिका व सिंगापुर के बच्चों को भी भारतीय गणित के गुर सिखा पाये। मयंक ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य हल्द्वानी के सरकारी स्कूलों के बच्चों तक वैदिक गणित और एटीट्यूड की क्लास पहुंचाना है।
व्यवहारिक गणित से संबंधित बड़े से बड़ा सवाल आसानी से किया जा सकता है हल
वैदिक गणित के विश्वविख्यात मयंक गर्ग ने बताया कि वैदिक गणित एक ऐसा विषय जिसे एक बार समझ लिया जाए तो व्यवहारिक गणित से संबंधित बड़े से बड़ा सवाल आसानी से हल किया जा सकता है। विद्यार्थी जीवन में तो इसका उपयोग होता ही है साथ ही आजीवन भी वैदिक गणित का उपयोग दैनिक जीवन में करके हिसाब-किताब किया जा सकता है। ज्यादातर होता यह है कि कई विद्यार्थी ऐेसे होते हैं जिन्हें गणित नाम से ही डर लगता है और यही डर उन्हें गणित विषय में कमजोर भी बना देता है। जबकि वैदिक गणित को सीखकर विद्यार्थी अपने मन से गणित के प्रति इस डर को दूर कर सकते हैं।
प्रेस वार्ता में
वरिष्ठ अधिवक्ता बिन्देश गुप्ता, वैभव पाण्डे, अंशुल वशिष्ठ, अमृता व विक्रम उपस्थित रहे।
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