समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में दीपक जलाने को लेकर जरूरी नियमों के बारे में बताया गया है। भारत में दीपक जलाना सिर्फ एक धार्मिक परंपरा नहीं है, यह घर की सुख-शांति और समृद्धि से जुड़ा एक महत्वपूर्ण उपाय भी माना जाता है। जब भी कोई व्यक्ति पूजा करता है या मंदिर में दीप जलाता है, तो उसका एकमात्र उद्देश्य ईश्वर की कृपा पाना होता है। लेकिन अगर दीपक जलाते समय कुछ बातों को नजरअंदाज किया गया, तो पूजा का असर कम हो सकता है और उसका पूरा फल प्राप्त नहीं होता है या फिर नकारात्मक असर भी आ सकता है।
ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री अंशुल त्रिपाठी से जानेंगे दीपक जलाने के सही नियम क्या हैं और किन बातों से बचना जरूरी है।
क्या महत्व होता है
दीपक को रोशनी का प्रतीक माना गया है. जब दीप जलाया जाता है, तो यह अंधकार को दूर करता है, वैसे ही माना जाता है कि यह नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करता है। घर, मंदिर या किसी भी शुभ अवसर पर दीपक जलाना शुभ माना गया है। खासकर शाम के समय दीपक जलाने से देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है।
किन गलतियों से बचें?
दिशा का ध्यान रखें
दीपक को हमेशा पूर्व, उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर रखना चाहिए. दक्षिण दिशा में दीपक रखने से घर में अशांति, धन की हानि और मानसिक तनाव हो सकता है। क्योंकि यह दिशा यमराज की मानी जाती है, इसलिए यहां दीप जलाना अशुभ माना गया है।
खंडित दीपक न जलाएं
अगर दीपक टूटा हुआ हो या उसमें कोई दरार हो, तो उसे इस्तेमाल में न लाएं। खंडित दीपक को अशुभ माना जाता है और इससे पूजा का असर कम हो सकता है।
तेल या घी की मात्रा पर्याप्त हो
दीपक में पर्याप्त घी या तेल होना चाहिए। अगर दीपक जल्दी बुझ जाए या अधूरा जले, तो यह शुभ संकेत नहीं माना जाता। पूजा से पहले दीपक को अच्छी तरह भर लें।
हाथ और पैर धोकर पूजा करें
दीपक जलाने से पहले अच्छे से हाथ और पैर धो लें या स्नान कर लें। अशुद्ध हाथों से दीप जलाना ठीक नहीं माना जाता और इससे पूजा का असर भी कम हो सकता है।
दीपक को सीधे ज़मीन पर न रखें
दीपक को हमेशा किसी चौकी, थाली या साफ सतह पर रखें. उसे सीधे ज़मीन पर रखने से उसकी पवित्रता भंग होती है।
दीपक बुझने न दें
पूजा के समय जलाया गया दीपक अगर बीच में बुझ जाए, तो यह अच्छा संकेत नहीं होता। कोशिश करें कि दीपक लगातार जले। अगर कोई कारणवश बुझ जाए तो भगवान से क्षमा मांग लें।
दीपक को फेंकें नहीं
पूजा के बाद दीपक को फेंकने की बजाय, सम्मानपूर्वक किसी पवित्र स्थान पर रखें या उसे मिट्टी में दबा दें।
दीपक की बाती ध्यान रखें
दीपक में दो तरह की बातियां इस्तेमाल होती हैं लंबी और गोल. गोल बाती वाला दीपक भगवान विष्णु और शिव जी के सामने जलाना शुभ होता है। वट वृक्ष या पीपल की पूजा करते समय भी गोल बाती का ही प्रयोग करें। माता लक्ष्मी, दुर्गा या किसी अन्य देवी की पूजा में हमेशा लंबी बाती का दीपक जलाएं. यह नियम पूजा के असर को बढ़ाने में मदद करता है।
हाथों का भी ध्यान रखें
घी का दीपक – बाईं ओर रखें
तेल का दीपक – दाईं ओर रखें
यह तरीका ऊर्जा के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है और पूजा का फल सही रूप में मिलता है।
दिशा के अनुसार दीपक जलाएं
पूर्व दिशा- आयु और स्वास्थ्य में लाभ
उत्तर दिशा – धन और समृद्धि में वृद्धि
पश्चिम दिशा – शत्रुओं पर जीत और संकट से मुक्ति
दक्षिण दिशा – टालें, ये अशुभ मानी गई है
हर दिन घर में दीपक कहां जलाएं?
शाम के समय घर के मुख्य दरवाजे के पास एक दीपक जलाएं। इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। ध्यान रखें कि दीपक को ज़मीन पर नहीं रखें, बल्कि उसे किसी प्लेट, चावल या साफ सतह पर रखें।
पानी के बर्तन के पास दीपक जलाएं
अगर आप घर में पीने के पानी के पास घी का दीपक जलाते हैं, तो इससे न केवल धन में वृद्धि होती है बल्कि बीमारियों से भी राहत मिलती है। यह उपाय छोटे प्रयासों में बड़ा असर देने वाला माना गया है।

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