समाचार सच, देहरादून। उत्तराखंड में मानसून का कहर दिनों-दिन विकराल होता जा रहा है। पर्वतीय इलाकों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जगहों पर भारी भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे सड़कों पर मलबा और बोल्डर गिरने से संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं। उधर, नदी-नाले उफान पर हैं और कई स्थानों पर जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।


मौसम विभाग ने आज प्रदेश के अधिकांश जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी दी है। वहीं बागेश्वर, नैनीताल और रुद्रप्रयाग जिलों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही देहरादून, टिहरी, चंपावत, पिथौरागढ़ और चमोली में भी भारी बारिश के आसार हैं।
प्रदेशभर में 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज झोंकों वाली हवाएं चल सकती हैं, जिसके लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग ने लोगों से सावधान रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
राजधानी देहरादून में आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है। यहां गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि कुछ क्षेत्रों में एक-दो दौर भारी बारिश की भी आशंका जताई गई है। अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है।
उत्तरकाशी जिले के मोरी बाजार के बीच से गुजरने वाले गदेरे का जलस्तर अचानक बढ़ गया। बुधवार को हुई तेज बारिश के बाद यह नाला उफान पर आ गया, जिससे स्थानीय व्यापारी और निवासी दहशत में आ गए। हालांकि बारिश थमने के बाद जलस्तर कम हुआ और लोगों ने राहत की सांस ली।




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