समाचार सच, देहरादून। केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का आधिकारिक ऐलान हो चुका है। इस चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव, जो 20 नवंबर को होने वाला है, उत्तराखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। यह उपचुनाव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए बेहद अहम है, क्योंकि हाल के उपचुनाव परिणामों ने राजनीतिक समीकरण बदल दिए हैं। कांग्रेस को मंगलौर और बदरीनाथ सीटों पर मिली जीत ने उसे आत्मविश्वास से भर दिया है, और वह केदारनाथ में भी जीत दर्ज करने की पूरी कोशिश कर रही है। दूसरी ओर, भाजपा, जो पिछले दो उपचुनावों में हार चुकी है, इस बार जीत के लिए पूरी ताकत लगाने की योजना बना रही है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के अनुसार, 22 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी और 29 अक्टूबर नामांकन की अंतिम तिथि होगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 4 नवंबर तय की गई है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि नवंबर के मध्य में केदारनाथ की सियासी सरगर्मी तेज हो जाएगी।
प्रत्याशियों की घोषणा को लेकर दोनों पार्टियों में अभी चर्चा चल रही है। उम्मीदवारों के चयन में उनकी लोकप्रियता, जनाधार, और सर्वेक्षण परिणामों को ध्यान में रखा जाएगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों दल किन प्रत्याशियों पर भरोसा जताते हैं और किस तरह की रणनीति अपनाते हैं। यह उपचुनाव न केवल केदारनाथ क्षेत्र के लिए, बल्कि पूरे उत्तराखंड की राजनीति के लिए एक अहम संकेत हो सकता है।
उपचुनाव का शेड्यूल इस प्रकार हैः
-अधिसूचना जारी होने की तारीख- 22 अक्टूबर 2024
-नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि- 29 अक्टूबर 2024
-नामांकन पत्रों की जांच- 30 अक्टूबर 2024
-नामांकन वापसी की अंतिम तिथि- 4 नवंबर 2024
-वोटिंग की तारीख- 20 नवंबर 2024
-मतगणना की तारीख- 23 नवंबर 2024
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