जानिए Haldwani अंकित हत्याकांड की पूरी कहानी, पूछताछ में माही ने किये बड़े-बड़े खुलासे…

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-पुलिस ने अंकित हत्याकांड की मास्टर माइण्ड प्रेमिका माही और मुख्य सहयोगी दीपू को रुद्रपुर से किया गिरफ्तार
-कुमाऊं आईजी डॉ0 भरणें तथा पुलिस कप्तान पंकज भट्ट ने संयुक्त रूप से किया उक्त हत्याकांड का खुलासा

समाचार सच, हल्द्वानी। नैनीताल पुलिस ने आज से दस दिन पूर्व महानगर हल्द्वानी में हुए अंकित चौहान हत्याकांड में फरार चल रही मास्टर माइण्ड प्रेमिका माही उर्फ डौली व मुख्य सहयोगी दीप काण्डपाल को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, उसकी नौकरानी ऊषा देवी व नौकरानी रामअवतार अभी भी फरार हैं। अब पुलिस जोर-शोर से इनके तलाश में जुटी हुई है। पूछताछ में माही ने पुलिस के समक्ष कई बड़े-बड़े खुलासे किये हैं। उसका कहना है कि अंकित चौहान द्वारा उस पर बात-बात पर रोक टोक और शराब पीकर उससे मारपीट करने से वह परेशान रहने लगी, इसलिए उसने उसको अपने रास्ते से हटाने की थान ली थी।

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रविवार की शाम को यहां पुलिस बहुद्देशीय भवन के सभागार में हत्याकांड खुलासा करते हुए कुमाऊं आईजी डॉ0 नीलेश आनन्द भरणें तथा एसएसपी पंकज भट्ट ने संयुक्त से बताया कि माही ने सपेरे रमेश नाथ द्वारा कोबरा सांप डसवा कर अंकित मरवा दिया था। वारदात 14 जुलाई को शाम छह से रात 10 बजे के बीच हल्द्वानी के शांतिविहार कालोनी गोरापड़ाव की है। कभी अंकित के प्यार में दीवानी हुई माही उर्फ डौली की अंकित से दुश्मनी हो गई। अंकित को ठिकाने लगाने के लिए उसने अपने नये प्रेमी हल्दूचौड़ निवासी दीप कांडपाल की मदद ली। माही ने सपेरे रमेश नाथ से कोबरा सांप मंगवाने के बाद, माही ने अपने प्रेमी दीप कांडपाल के साथ मिलकर अंकित को रात के समय कोबरा से डसवाया और उन्हें तीनपानी में रेलवे फाटक के पास अंकित की कार के अंदर फेंक दिया था। इसके बाद, वे सभी फरार हो गए थे। तीन दिन बाद पुलिस ने सपेरे रमेश नाथ को गिरफ्तार कर सच वारदात का पर्दाफाश किया था, लेकिन माही और दीप कांडपाल अभी भी फरार थें। जिन पर 25 हजार 50 हजार रूपये के नगद ईनाम घोषणा की गयी थी। पुलिस टीमों द्वारा जिन्हें इन दस दिनों के भीतर अंकित हत्याकांड की मास्टर माइण्ड प्रेमिका माही तथा मुख्य सहयोगी दीप कांडपाल को रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि उक्त दोनों आरोपी वकील से कोर्ट में आत्मसमर्पण करवाने के लिये बातचीत के लिये दिल्ली से रुद्रपुर आये हुए थे। इस वारदात में फरार आरोपियों को पकड़ने के लिये पुलिस और एसओजी के चार टीमें पीछे थीं, और उनकी घेराबंदी नेपाल सीमा के अलावा दिल्ली में भी की गई थी।

पुलिस टीम द्वारा हत्या के ईनामी आरोपियो की गिरफ्तारी रुद्रपुर से:
23 जुलाई को पुलिस टीमों के ताबड़तोड़ दबिश व कार्याही से दबाब में आये हत्याकाण्ड के मुख्य अभियुक्ता को उसके प्रेमी सहित वकील से सम्पर्क करने की कोशिश के दौरान पुलिस टीम को मिली लीड अभियुक्ता माही उर्फ डॉली व दीपू काण्डपाल को पुलिस ने ए0एन0 झां इण्टर कॉलेज के समीप रूद्रपुर से गिरफ्तार किया।

2008 में बचपन के प्रेमी से मिले धोखे के बाद माही ने रख दिया वैश्यवृत्ति के धंधे में कदम
माही उर्फ डॉली जो प्रेमपुर लोश्ज्ञानी अपने परिवार के साथ रहती थी। वर्ष 2008 में बचपन के प्रेमी द्वारा धोखे दिये जाने से आहत होकर घर छोड़कर अलग रहने लगी। इस दौरान उसके हल्द्वानी के पूर्व में गलत धन्धा करने वाली महिलाओं के सम्पर्क में आ गयी, जिनके साथ उसने काम करना शुरू कर दिया।

2016 में माही की दीप काण्डपाल से हुई थी दोस्ती, 2017 में अर्जुनपुर में बनाया था मकान
इस दौरान 2016 में दीप काण्डपाल निवासी मोटाहल्दू से उसकी मुलाकात हुई तब से दीप काण्डपाल उसका दोस्त बन गया और उसके घरेलू आदि कामों में मदद करने लगा इस दौराने माही और दीप काण्डपाल के शारीरिक संबंध भी बन गये। वर्ष 2017 में माही द्वारा अर्जुनपुर में प्लॉट खरीदकर अपना मकान बनाया गया।

2020 में गाड़ी खरीदने को लेकर हुई थी माही की अंकित से दोस्ती
वर्ष 2020 में हल्द्वानी के किसी जानने वाले की मदद से उसकी मुलाकात गाड़ी खरीदने को लेकर अंकित से हुई इस बीच अंकित व माही की दोस्ती हो गयी अंकित माही के घर आने जाने लगा और वह हर शनिवार माही के घर में ही रहता था और ये दोनो आपस में पार्टी करते थे और दोनो साथ में शराब भी पीते थे।

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अंकित के रोक-टोक लगाने और अन्य ग्राहकों के पास ना पाने से परेशान थी माही
अंकित से दोस्ती होने के उपरान्त कुछ समय बाद अंकित माही को लेकर ज्यादा पजेसिव होने लगा और वह छोटी-छोटी बात पर माही को टोकने लगा और माही के अन्य लोगो से बात करने व बाहर जाने पर रोक-टोक लगाने लगा, जिस कारण माही अपने अन्य ग्राहकों के पास नहीं जा पा रही थी और उसके आय के स्त्रोत बन्द होने लगे, इस बात को लेकर अंकित आये दिन माही के साथ शराब पीकर गाली-गलौच और मार पीट करने लगा। दोनों के बीच कई बार झगड़े हुए एवं कई बार अंकित द्वारा उसके घर में तोड़फोड़ भी की गयी तथा अंकित की एक अन्य लड़की से दोस्ती की बात को लेकर भी माही उससे नाराज रहने लगी और अंकित के व्यवहार से उसे पता चल गया था कि वह उससे शादी नहीं करेगा वह सिर्फ उसका उपयोग कर रहा है। जिस कारण धीरे-धीरे माही के अन्दर अंकित के प्रति द्वेश भवाना पनपने लगी तथा अंकित के व्यवहार को लेकर दीप काण्डपाल भी आपत्ति करने लगा था क्योकि दीप काण्डपाल ज्यादातर माही के घर में ही रहता था और उसके संबंध माही से स्वच्छन्द नहीं बन पा रहे थे जिस कारण उसने भी अंकित को रास्ते से हटाने के लिए माही से कहा।

कालसर्प दोष की पूजा को लेकर 2022 में सपेरा रमेश नाथ से मिली थी माही
माही अपने पारिवारिक समस्याओं के चलते पूजा पाठ आदि विधि-विधानों विश्वास करने लगी और अपने परिचित के माध्यम से रमेश नाथ सपेरा जो सपेरे का काम भी करता था से उसकी मुलाकात हुई। वर्ष 2022 में माही ने सपेरा के माध्यम से अपने घर में कालसर्प दोष की पूजा करी और सपेरा पूजा के लिए जंगल से साँप पकड़कर लाया था और पूजा का विधान पूरा कर साँप को जंगल में छोड़ दिया था। माही ने बताया कि उसने सपेरा रमेश नाथ से 6 महीने पहले दीक्षा ग्रहण की। तब से सपेरा का उसके घर आना जाना शुरू हो गया। और यह भी बताया जा रहा है कि माही ने सपेरा से भी शारीरिक संबंध बनाये। एक साल पहले आर्दश नर्सरी के पास रहने वाली उषा देवी को माही ने अपने घर पर काम करने के लिए रखा था। जिस कारण उषा देवी व उसके पति रामअवतार का भी माही के घर आना जाना शुरू हो गया। अंकित द्वारा मारपीट किये जाने के कारण कभी कभी माही रामअवतार की झोपड़ी में चली जाती थी और वही रूकती थी और कभी कभी खाना खाने भी जाती थी। माही की दीपू काण्डपाल, रमेश नाथ सपेरा, राम अवतार व उसकी पत्नी उषा देवी से गहरी घनिष्ठता हो गयी और ये लोग ही अंकित की हरकतों की वजह से उसको कई बार समझा चुके थे परन्तु अंकित का बदस्तूर आना जाना रहा।

माही, दीपू, सपेरा, नौकरानी और पति ने मिलकर बनायी अंकित को सांप से कटवा कर मारने की साजिश
24 जून 2023 को माही दीपू काण्डपाल के साथ अपनी स्कूटी से अंकित के घर के पास पहुँच गयी और उसके परिजनों से उसकी शिकायत करने की बात कहने लगी इस दौरान अंकित उन दोनों को लेकर माही के घर पर आ गया, जहाँ उन लोगों के बीच बातें हुई परन्तु कुछ दिन बाद अंकित फिर से माही के घर में घुसकर गाली-गलौच मारपीट करने लगा, इस बीच माही व दीपू काण्डपाल ने अंकित को रास्ते से हटाने की सहमति बनायी। उस दौरान सपेरा रमेश नाथ व रामअवतार व उसकी बीबी उषा भी घर पर थी। सपेरे ने उनको सुझाव दिया कि अंकित को साँप से कटवा दो जिससे कोई शक नहीं करेगा। चूंकि घटना में सम्मिलित सभी अभियुक्तों का किसी न किसी प्रकार स्वार्थ सिद्ध हो रहा था, जिस कारण सभी योजना में शामिल हो गये। इस पर माही ने सपेरे से साँप की व्यवस्था करने को कहा और इन सब लोगों ने अंकित को रास्ते से हटाने की बात सोच ली।
ब्यूटी पार्लर की दुकान में घुसे सांप को पकड़ कर लाया था सपेरा
6 जुलाई को रमेश नाथ को पंचायतघर के पास एक ब्यूटी पार्लर की दुकान में एक साँप घुसने की बात पता चली और उसने मौके पर जाकर कोबरा प्रजाति के साँप को पकड़ कर अपने पास रख लिया और साँप वाली बात माही लोगों को भी बता दी, फिर माही और उसके साथियों ने 8 जुलाई को अंकित के बर्थडे वाले दिन उसके रास्ते से हटाने का प्लान बनाया परन्तु प्लान के तहत काम न हो पाने के कारण उस दिन वे लोग कुछ नहीं कर पाये। माही, दीपू काण्डपाल ने रमेश नाथ सपेरा, राम अवतार व उसकी पत्नी उषा देवी के साथ मिलकर योजना बनायी कि अंकित को घर बुलाकर साँप से कटवाने के बाद उसी की गाड़ी में डालकर कही ठिकाने लगा देंगे। योजना के तहत 14 जुलाई को माही ने अंकित को कही चलकर पार्टी करने और बीयर पिलाने के लिये कहा तो अंकित राजी हो गया, फिर माही ने सभी लोगों को अपने घर पर बुलाया, सपेरा भी साँप लेकर माही के घर पर आ गया योजना के तहत रमेश नाथ सपेरा, राम अवतार व उसकी पत्नी उषा देवी घर के मन्दिर वाले कमरें मे छुप गये। करीब सायं 6 बजे के लगभग अंकित घर पर पहुँचा। उस दौरान बारिश हो रही थी उसके पीछे-पीछे दीपू काण्डपाल भी माही की स्कूटी से आ गया। अंकित माही के बेड पर बैठा था, माही ने उसे पानी में नीद की गोलियाँ मिलाकर पिला दी। इसी बीच दीपू काण्डपाल ने कम्बल पकड़ रखा था, उसकी आड़ में इन सब ने अंकित के ऊपर कम्बल डाल दिया और उसकी पूरी तरह से दबा दिया। माही के कहने पर सपेरा ने अंकित के पांव में साँप से कटवाया, थोड़ी देर में उन्होंने देखा कि उसके पांव में साँप के काटने का निशान नहीं हैं, सपेरे ने पुनः दूसरे पांव पर साँप से कटवाया। थोड़ी देर में अंकित ठण्डा पड़ गया। इस बीच माही ने दिल्ली जाने के लिए टैक्सी बुक कर ली और टैक्सी चालक दिल्ली निवासी को अपनी लोकेशन भेजी। इसके बाद इन लोगों ने अंकित की बॉडी को उसकी गाड़ी की पिछली सीट में बैठाया और गाड़ी से दीपू काण्डपाल व रामअवतार निकले सपेरा माही को उसकी स्कूटी में बैठाकर राम अवतार की झोपड़ी में छोड़ने गया। इसके बाद वो भी स्कूटी से अंकित की गाड़ी के पीछे-पीछे भुजियाघाट की और चला गया। लेकिन वहां पहुँच कर उनका प्लान बदल गया और अंकित की गाड़ी को तीनपानी गोला बाईपास रोड पर गाड़ी को स्टार्ट कर एसी ऑन कर छोड़कर चले गये। फिर राम अवतार के घर के पास से ही टैक्सी से दिल्ली को निकल गये गाजियाबाद पहुँच कर ये सभी लोग वापस बरेली आये फिर माही और दीपू काण्डपाल, राम अवतार के पीलीभीत स्थित गाँव चले गये और सपेरा बहेड़ी अपने घर चला गया। अगले दिन माही और दीपू काण्डपाल वापस दिल्ली गये और माही ने अपनी बहन के घर अपनी दोनों पालतू बिल्लियां छोड दी, माही और दीपू अपने किसी परिचित के माध्यम से कोर्ट में सरेण्डर करने के लिये वकील से मिलने आ रहे थे जिन्हे पुलिस द्वारा ने ए0एन0 झां इण्टर कॉलेज के समीप रूद्रपुर से गिरफ्तार किया गया।

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सफलता प्राप्त करने वाली पुलिस टीम:
कोतवाल, हरेन्द्र चौधरी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक विजय मेहता, महेन्द्र प्रसाद, उपनिरीक्षक जगदीप नेगी, कुमकुम धानिक, गुलाब सिंह कम्बोज, हेड सिपाही इसरार नबी, सिपाही घनश्याम रौतेला, चन्दन नेगी, अरुण राठौर, बंशीधर जोशी, एसओजी प्रभारी राजवीर सिंह नेगी, हे0कानि0 कुन्दन कठायत, त्रिलोक रौतेला, कानि0 दिनेश नगरकोटी, सर्विलांस सैल कानि0 अनिल गिरी, भानूप्रताप, अशोक रावत।

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