परमात्मा का ध्यान ही मन का स्नान है: मृदुल कृष्ण शास्त्री

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कथा के आरंभ में हुई गज की पूजा

समाचार सच, हल्द्वानी। यहां हरि शरणम् जन (Hari Sharanam Jan) सेवायत द्वारा आयोजित एमबी इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित भक्ति महोत्सव में श्रीमद्भागवत कथा में वृंदावन से पधारे विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक श्रद्धेय मृदुल कृष्ण शास्त्री जी ने द्वितीय दिवस की कथा में कहा कि भगवान कहते हैं कि अगर कोई मुझे पकड़ सकता है तो वो भक्ति से पकड़ सकता है। व्यक्ति को प्रातः काल, सायंकाल एवं रात्रि को सोते समय अपने भगवान का ध्यान कम से कम दो मिनट का स्मरण जरूर करना चाहिए इससे व्यक्ति हमेशा ऊर्जावान बना रहता है। उन्होंने कहा कि जहां राम कृष्ण नाम के मोती बिखरे हों उन्हें झोली में भर लो।
इससे पूर्व कथा के शुभारंभ के अवसर पर व्यास श्रद्धेय मृदुल कृष्ण शास्त्री जी ने लाड़ली जी नाम के गज, (हथिनी) का पूजन किया हरि शरणम जन के संस्थापक श्रद्धेय स्वामी राम गोविंद दास भाई जी ने श्रीमद् भागवत की आरती की।

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