समाचार सच, पिथौरागढ़। दीपावली की रौशनी में खुशियां मनाने की तैयारी कर रहा एक परिवार चंद मिनटों में अंधेरे में डूब गया। पिथौरागढ़ जिले के थल तहसील के दूरस्थ बल्याऊं गांव में मंगलवार देर रात बिजली के शॉर्ट सर्किट से एक दो मंजिला मकान में भीषण आग लग गई। आग इतनी भयावह थी कि आधे घंटे में पूरा घर राख में बदल गया।
इस मकान में गांव के ही हयात सिंह मेहरा, उनकी पत्नी हेमा देवी और बेटी रेनू मेहरा पिछले 35 साल से रह रहे थे। दीपावली की रात परिवार नीचे के मकान में दीये जलाने गया था. तभी अचानक ऊपर के हिस्से में आग भड़क उठी। देखते ही देखते धान, गेहूं, टीवी, पंखा, चक्की, कपड़े, बर्तन, कृषि उपकरण, और 5 तोला सोना व 10 तोला चांदी के जेवर सब जलकर खाक हो गए।
सबसे दर्दनाक बात ये है कि अगले महीने रेनू की शादी थी. और उसके लिए मां हेमा देवी ने सालों की मेहनत से जो जेवर और सामग्री जुटाई थी. वो सब आग की लपटों में समा गई।
आंखों में आंसू लिए हेमा देवी ने कहा- ष्35 साल की कमाई आधे घंटे में राख बन गई… अब बेटी की शादी कैसे करें?ष्
गनीमत ये रही कि आग लगने के दौरान गोठ में बंधे जानवरों को किसी तरह बाहर निकाल लिया गया. नहीं तो और बड़ा हादसा हो सकता था।
घटना की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम उपनिरीक्षक सुमन भंडारी, विपिन कापड़ी और दीपक पंचोली – मौके पर पहुंची। टीम ने करीब 65 लाख रुपये के नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार की है।
वहीं, आग में सब कुछ खो चुके परिवार के सामने अब रोटी और बेटी की शादी दोनों का संकट खड़ा है। गांव के लोग भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं, लेकिन परिवार अब भी सदमे में है।

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440

