संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग तथा सुधि फाउंडेशन के तत्वावधन में आयोजित दो दिवसीय अमृत महोत्सव कार्यक्रम का समापन
समाचार सच, हल्द्वानी। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के सहयोग तथा सुधी फाउंडेशन के तत्वावधान में आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित दो दिवसीय अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आज सोमवार को समापन हो गया। इस मौके पर आयोजित सांस्कृतिक, नृत्य, गीत से कलाकारों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया वहीं दूसरी ओर कवि सम्मेलन में कवियों ने अपनी रचना से कार्यक्रम में समा बांध दिया। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण कवि सम्मेलन में कवियों ने अपनी सारगर्भित रचनाओं से पंडित गोविन्द बल्लभ पंत को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस दौरान वक्ताओं ने स्व० श्री गोविंद बल्लभ पंत जी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में दिये गये सहयोग की जानकारी भी दी गई।
उत्तराखंड वानिकी प्रशिक्षण केन्द्र, रामपुर रोड में आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन का प्रारम्भ मुख्य अतिथि प्रान्तीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष नवीन चन्द वर्मा, भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष शशांक रावत, अतिथि हेमंत भईयू व अन्य गणमान्य जनों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके उपरांत विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा नृत्य, गायन की सुंदर प्रस्तुति देकर उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें कवियों ने अपनी भावनाओं की प्रस्तुति की। माँ सरस्वती की वंदना के पश्चात बरेली से पधारे रोहित राकेश ने कहा–
कभी न हिले वो बुनियाद चाहिये,
वतन हमेशा आबाद ही चाहिये ।।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये वरिष्ठ कवि अशोक वार्ष्णेय ने पंडित गोविन्द बल्लभ पंत के प्रति कहा–
देवभूमि में जन्मे फिर से जी बी पंत जैसा लाल ।
खटीमा से आये रामरतन यादव ने अपनी रचना में कहा –
ड्रैगन की चाल न अब चलने देंगे,
भूले से उसकी दाल न गलने देंगे ।।
इसी क्रम में मंजू पांडे उदिता, बीना भट्ट बडशीलिया, प्रियंका जोशी, हरीश करन उप्रेती, कन्हैया लाल, विपिन चन्द्र पांडे ने भी काव्य पाठ किया ।
कार्यक्रम के अंतिम सोपान में सुधि संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष डाक्टर हंसादत भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आजादी के सिपाही पंडित गोविन्द बल्लभ पंत के द्वारा स्वतंत्रता संग्राम व सशक्त राजनीति में उनके अहम योगदान की जानकारी को अमृत महोत्सव के माध्यम से जन-जन तक पहुंचा कर राष्ट्र भावना को सुदृढ़ करना है। इस आयोजन को उत्तराखंड राज्य के हल्द्वानी में आयोजन करवाने का प्रोत्साहन देने के लिये सम्मानित केन्द्रीय पर्यटन व रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, अंशु भारद्वाज जी (श्री अर्जुन मेलवाल संस्कृति राज्य मंत्री जी के सचिव), भारत सरकार, नई दिल्ली, का हार्दिक आभार व्यक्त किया। जिनकी प्रेरणा से अमृत महोत्सव जैसे भब्य कार्यक्रम को हल्द्वानी में करवाने की प्रेरणा मिली। सुधि फाउंडेशन की परियोजना निदेशक श्रीमती प्रियंका जोशी, रुपेन्द्र नागर, अजय सरोहा, गोपाल सिंह का भी धन्यवाद किया। जिन्होंने दिनरात एक कर इस कार्यक्रम को आयोजिर करवाने का हौसला बढाया।
तदोपरान्त डाक्टर हंसादत भट्ट जी द्वारा सभी आगुंतको, विधालयों के प्रबन्धकों, कलाकारों व कवियों का धन्यवाद किया, जिन्होंने अपना बहुमूल्य समय देकर अपने बिचार दिये व.कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। इस दो दिवसीय सभी आगुंतको, विधालयों के प्रबन्धकों, विध्यार्थीयों, कलाकारों, कवियों व दर्शकों को शाल, स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर नितेश्वर आनन्द, आई पीएस, इन्द्र सिंह नेगी, चेयरमैन मिशन ओपीडी पेनइंडिया, डाक्टर सचिन रस्तोगी, सुबोध सिंह, डाक्टर आंचल अहेरी, अमित शर्मा, कृष्ण चन्द्र जोशी, डाक्टर सुषमा जोशी, ज्योत्सना शर्मा, गोपाल सिंह विष्ट, प्रदीप बेलवाल, भावना भट्ट, रेखा खोलिया, हेम खोलिया व अन्य कई गणमान्य उपस्थित होकर अपने – अपने विचार रखे। साथ में इस भब्य कार्यक्रम को आयोजन करने के लिये सुधि फाउंडेशन के प्रयासों व कार्यकर्ताओं की सराहना की। तथा भविष्य में इसी तरह के अन्य कार्यक्रम आयोजित करवाने का आह्वान भी किया। जिससे लोगों में जागरूकता आये।
दो दिवसीय का संचालन रूपेन्द्र नागर, डा० प्रदीप उपाध्याय, अजय सिरोही व रोहित राकेश ने संयुक्त रूप से किया।
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