25 जून से उत्तराखंड में 83 मार्गों पर चलेंगी रोडवेज बसें

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समाचार सच, देहरादून। उत्तराखंड में रोडवेज बसों का संचालन 25 जून से शुरू होगा। मंगलवार को हुई परिवहन निगम की बोर्ड बैठक में यह फैसला लिया गया। इससे पूर्व सरकार ने रोडवेज बसों का किराया दोगुना करने का फैसला लिया था। देहरादून मंडल के 37, नैनीताल मंडल के 36 और टनकपुर मंडल के 10 मार्गों पर बसों का संचालन किया जाएगा। फिलहाल, दूसरे राज्यों तक बसें संचालित करने के लिए एनओसी नहीं मिल पाई है। अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में हुई परिवहन निगम की बोर्ड बैठक में बसों के संचालन को मंजूरी दी गई। बोर्ड बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक पहले चरण में राज्य के चुनिंदा 83 मार्गों पर ही बसों का संचालन किया जाएगा। यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ ही गाड़ियों की संख्या में इजाफा किया जाएगा। बैठक में हरिद्वार रोड स्थित निगम की भूमि को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहरी विकास विभाग को हस्तांतरित किए जाने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। बोर्ड सदस्यों के बीच इस बात पर सहमति बनी कि कार्यशाला की जमीन अधिग्रहण किए जाने की स्थिति में परिवहन निगम को भूमि का अधिग्रहण मूल्य दिया जाए या फिर उक्त जमीन के एवज में परिवहन निगम को आईएसबीटी का भूस्वामित्व दिलाया जाए। सदस्यों में इस बात पर सहमति बनी कि इस संबंध में प्रस्ताव शासन को भेजा जाए। बैठक में प्रदेश के अलावा दिल्ली, यूपी सहित विभिन्न राज्यों को रोडवेज बसें चलाने पर भी मंथन हुआ। तय किया गया कि चूंकि अभी किसी भी दूसरे राज्य से एनओसी नहीं मिली है। लिहाजा, फिलहाल दूसरे राज्यों के लिए बसों का संचालन नहीं किया जाएगा। बोर्ड बैठक में अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, परिवहन निगम प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान, सचिव आरके सुधांशु, समेत सभी बोर्ड सदस्य उपस्थित रहे। बोर्ड बैठक में परिवहन निगम की ओर से टाटा और अशोक लीलैंड कंपनियों से खरीदी गई 300 नई बसों के लिए 74 करोड़ रुपये के बजट की भी मंजूरी दे दी गई। निर्णय लिया गया कि परिवहन निगम प्रबंधन आईसीआईसीआई और हुडको बैंक से 74 करोड़ रुपये का ऋण लेगा। शुरू होने जा रही रोडवेज बसों के लिए परिवहन निगम ने एडवाइजरी जारी कर दी है। इसके तहत तीन यात्रियों वाली सीट पर दो और दो यात्री वाली सीट पर एक मुसाफिर ही सफर कर सकेगा। एडवाइजरी में यात्रियों के लिए मास्क की अनिवार्यता के साथ ही सैनिटाइजेशन आदि की जिम्मेदारी परिचालकों को सौंपी गई है। एडवाइजरी के अनुसार सभी बसों में ड्राइवर-कंडक्टर के लिए अलग से केबिन बनाना होगा। बसों में कोरोना संक्रमण के जागरुकता से जुड़े स्टीकर भी लगाने होंगे। बसों के रवाना होने से पहले ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को सैनिटाइजेशन का प्रमाणपत्र देना होगा। बसों के साथ पूरे स्टेशन परिसर को प्रतिदिन सैनिटाइजेशन कराना होगा। डिपो के भीतर दाखिल होने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके लिए कर्मचारियों की अलग से ड्यूटी लगाई जाएगी। शाम सात बजे के बाद कोई भी बस रवाना नहीं होगी। सहायक महाप्रबंधक यात्रा मार्गों पर निरीक्षक की ड्यूटी लगाएंगे जो ंबसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराएंगे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर संबंधित चालक-परिचालक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पहले चरण में देहरादून से मसूरी, बड़कोट, पुरोला, टिहरी, उत्तरकाशी, जोशीमठ, बीरोंखाल, श्रीनगर, हरिद्वार, कालसी, विकासनगर, ऋषिकेश, रुड़की के लिए बसों का संचालन किया जाएगा। हरिद्वार डिपो की जेएनएनयूआरएम की बसों को हरिद्वार से लक्सर, ऋषिकेश एम्स रुड़की, देहरादून, लक्सर से देहरादून, नारसन के लिए बसों का संचालन किया जाएगा। रुड़की डिपो की ओर से देहरादून और हरिद्वार, ऋषिकेश के लिए बसें संचालित की जाएंगी। नैनीताल मंडल में रानीखेत से हल्द्वानी, अल्मोड़ा, बागेश्वर, टनकपुर, भवाली से नैनीताल रामनगर, नैनीताल, हल्द्वानी, नौकुचियाताल, घोड़ाखाल के लिए बसों का संचालन होगा। इसके अलावा रामनगर से टनकपुर, हल्द्वानी, नैनीताल, काशीपुर, जसपुर, काशीपुर से टनकपुर, हल्द्वानी, रुद्रपुर से हल्द्वानी, टनकपुर, खटीमा, काशीपुर के लिए गाड़ियों का संचालन होगा। वही हल्द्वानी डिपो से नैनीताल, जंगलिया गांव, पिथौरागढ़, टनकपुर, चोरगलिया टनकपुर के लिए गाड़ियों का संचालन होगा। काठगोदाम डिपो से टनकपुर, नैनीताल, जसपुर के लिए गाड़ियां संचालित की जाएंगी। फिलहाल वॉल्वो के साथ ही वातानुकूलित बसों के संचालन पर रोक है। साथ ही परिवहन निगम की नियमित बसों के अलावा अनुबंधित बसों का भी संचालन नहीं किया जाएगा। महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि दूसरे राज्यों में बसों का संचालन शुरू होने के बाद ही वातानुकूलित वॉल्वो और अनुबंधित बसों का संचालन किया जाएगा। 25 जून से चलने वाली रोडवेज बसों का संचालन यात्रियों की संख्या पर निर्भर होगा। अगर पर्याप्त संख्या में यात्री होंगे, तभी बस संचालित की जाएगी। यात्री कम होनी की स्थिति में ड्यूटी पर तैनात स्टेशन प्रभारी को बसों को रोकने का अधिकार होगा। बसों को संचालित करने से पूर्व चालक-परिचालक के लिए केबिन बनाना होगा। साथ ही स्टेशन प्रभारी सुनिश्चित कराएंगे कि बसों को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया है और चालकों परिचालकों को हैंड सैनिटाइजर, मास्क आदि चीजें मुहैया करा दी गई हैं।

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