Worship Peepal tree in this way on Saturday, there will be no problem of money, problems will also go away


समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का विशेष महत्व है। श्रीमद्भगवदगीता के अनुसार पीपल के मूल में ब्रह्मा जी, मध्य में विष्णु जी व अग्र भाग में भगवान शिव जी साक्षात रूप से विराजित हैं। यही वजह है कि पीपल पर रोजाना स्नान के बाद जल अर्पण करने से तकलीफों से छुटकारा मिलता है। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा विशेष फलदायी होती है, इसलिए कुछ खास उपाय करने एवं जल चढ़ाते समय कुछ बातों का ध्यान रखने से आपकी सारी दिक्कतें दूर हो सकती है। इससे पैसों को लेकर आपकी चिंता भी दूर होगी।
- मान्यताओं के अनुसार शनिवार के दिन स्नान के बाद पीपल के पेड़ में एक कलश जल अर्पित करने से मन को शांति मिलती है। इसके अलावा पीपल के पेड़ की प्रक्रिमा करने से भी लाभ होता है। माना जाता है कि इससे ईश्वर आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
- शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। इससे जीवन में आ रहीं परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
- मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शनिवार के दिन पीपल के कुछ पत्तों को घर ले जाएं और धो लें। इसके बाद पानी में हल्दी घोलकर अनामिका उंगली से इस पर हृीं लिखें। अब इसे भगवान के पास रख दें इससे आपके सारे काम बन जाएंगे।
- शनिवार के दिन सूर्यास्त के तुरंत बाद पीपल पेड़ के नीचे आटे का दीपक जलाएं। अब पेड़ के नीचे बैठकर एक कागज पर लाल स्याही या पेन से अपनी मनोकामना लिखें। अब इसे लाल कपड़े में लपेटकर इसे लाल कलावे से पेड़ पर बांध दें या वहां गाड़ दें। इससे आपकी इच्छा पूरी होगी और धन की किल्लत दूर होगी।
- शनिवार के दिन पीपल वृक्ष के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करना भी शुभ माना जाता है। इससे दोष दूर होते हैं और बाधाओं से बचाव होता है।
- शनिवार के दिन पीपल के एक बड़े पत्ते पर लिख दें अपनी मनोकामना लिखकर पत्ते वाली डाली पर 7 बार एक लाल कलावा बांध दें। अब लाल कलावे को 7 बार अपने हाथ में भी बांध लें। इससे आपकी मनोकामना पूरी होगी। शनिवार के दिन पीपल के पत्घ्तों पर श्रीराम नाम लिखकर हनुमान जी को अर्पित करना भी शुभ माना जाता है।
- ब्रह्म पुराण के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी। (ब्रह्म पुराण)
- शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ऊँ नमः शिवाय।’’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण) ‘‘हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है। (पद्म पुराण)

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