समाचार सच, नैनीताल। हिल स्टेशन नैनीताल की शांत वादियों में बुधवार की देर रात दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। मल्लीताल स्थित मोहनको चौराहे पर प्रसिद्ध ओल्ड लंदन हाउस की ऊपरी मंजिल अचानक आग की लपटों में घिर गई। हादसा इतना भयावह था कि इतिहासकार प्रो. अजय रावत की 86 वर्षीय बहन शांता बिष्ट जिंदा जल गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग इतनी तेज थी कि पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। शॉर्ट सर्किट को आग लगने का कारण माना जा रहा है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई। देर रात 10 बजे के करीब जिला आपदा केंद्र को सूचना मिली, जिसके बाद फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग, जल संस्थान, बिजली विभाग समेत कई टीमें मौके पर पहुंचीं।
आग पुराने लकड़ी के मकान में लगी थी. जिससे लपटें और धुआं तेजी से फैल गया। घनी बस्ती और रात का समय होने के कारण रेस्क्यू में बड़ी मुश्किलें आई। स्थिति को काबू करने के लिए हल्द्वानी, भीमताल, रामनगर, अल्मोड़ा, रानीखेत से लेकर एयरफोर्स और आर्मी की फायर टीमों को भी बुलाना पड़ा।
करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक शांता बिष्ट की जिंदगी आग की भेंट चढ़ चुकी थी। मौके पर धुएं और राख के बीच स्थानीय लोग अब भी इस दर्दनाक मंजर को देखकर सहमे हुए हैं।
सवाल ये है कि नैनीताल जैसे पर्यटन शहर में फायर सेफ्टी के इंतजाम आखिर क्यों नाकाफी हैं? क्या प्रशासन इस चेतावनी से सबक लेगा?

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