समाचार सच, देहरादून (कुलदीप अग्रवाल)। उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों के रिजल्ट के लिये अंक निर्धारण का फार्मूला तय हो गया है। इस फार्मूला में 10वीं व 12वीं के पिछली कक्षाओं में प्राप्त अंकों की अहम भूमिका रहेगी। उक्त जानकारी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने दी हैं।


आपकों बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते 10वीं व 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षायें रद्द हो गयी थी। जिसके कारण शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय समिति की पहली बैठक अयोजित हुई थी। जिसमें 12वीं के लिए पहले 10वीं कक्षा के प्राप्तांकों का 30 फीसद, 11वीं की कक्षाओं का 30 फीसद और 12वीं में हुए आंतरिक मूल्यांकन व प्रायोगिक परीक्षा के अंकों का 40 फीसद का फार्मूला तय हुआ था। साथ ही शिक्षकों के संगठन और प्रधानाचार्य परिषद ने अपने सुझावों में कोरोना की वजह से 10वीं व 12वीं की कक्षाओं में प्री-बोर्ड परीक्षाएं, मासिक परीक्षा और अन्य आंतरिक मूल्यांकन के लिए परीक्षाएं नहीं होने का जिक्र किया था।
सूबे के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बताया है कि शिक्षकों के संगठन और प्रधानाचार्य परिषद के सुझावों तथा तमाम परिस्थितियों पर विचार करने के बाद समिति की ओर से अंक निर्धारण फार्मूले को अंतिम रूप देते हुए सहमति बन चुकी है। उन्होंने बताया कि अगर विद्यार्थी इन अंकों के इस फार्मूले से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा। आपको बता दें कि उत्तराखण्ड बोर्ड में 10वीं की परीक्षा में 1.48 लाख और 12वीं की परीक्षा में 1.23 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।

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