ट्रेजरी ऑफिसर बता कर बेस अस्पताल के रिटायर्ड प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक के खाते से उड़ाये 10.50 लाख की रकम, आप भी रहे सावधान

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समाचार सच, हल्द्वानी। वर्तमान में ट्रेजरी अफसर बनकर सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों से ठगी करने के साइबर अपराधी सक्रिय हो गये है। अब आप भी इन साइबर अपराधियों से सावधान रहे। क्योंकि हल्द्वानी महानगर से एक ऐसा ही मामला आया है। जिसमें साइबर अपराधी ने अपने को ट्रेजरी ऑफिसर बता कर बेस अस्पताल के रिटायर्ड प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को झांसे में लेकर उनके बैंक खाते से 10.50 लाख की रकम उड़ा ली है। पीड़ित ने पुलिस को तहरीर सौंप कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस को सौंपी तहरीर में रामपुर रोड स्थित मेडिकल कॉलेज के समीप रहने वाले बेस अस्पताल के रिटायर्ड प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ हरीश लाल ने बताया कि उन्हें 24 अक्टूबर को एक सख्श का फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को ट्रेजरी ऑफिसर बताया और उसके द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक करने को कहा। उक्त लिंक में क्लिक करते ही उनके बैंक खाते से 10.50 लाख की रकम कट गई। पीड़ित ने पुलिस से मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

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इस फंसाते हैं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को
-वर्तमान में सााइबर ठगों द्वारा विभिन्न विभागों से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों का विभिन्न माध्यमों से डाटा प्राप्त करते हैं।
-ट्रेजरी अधिकारी बनकर संबंधित कर्मचारी को फोन करते हैं। उसे विश्वास दिलाते हैं कि वह विभाग से ही बोल रहे हैं।
-कर्मचारी के मोबाइल पर एनी डेस्क या टीम ब्यूअर एप डाउनलोड कराते हैं।
-बैंक, आधार कार्ड, मोबाइल ओटीपी की जानकारी करने के बाद नेट बैंकिंग व यूपीआइ के मध्य से धनराशि की निकासी कर लेते हैं।

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