समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। सावन के पावन महीने की शुरुआत से ही देशभर में शिवभक्ति की लहर है। मान्यता है कि इस दौरान शिव जी की पूजा-अर्चना करने से फल कई गुना अधिक मिलता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिव जी को केवल एक लोटा जल चढ़ाने से भी वे प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन यदि इस मास में उनकी प्रिय वस्तुओं का अर्पण किया जाए, तो उनका आशीर्वाद कई गुना अधिक प्राप्त होता है। यहां जानें शिव जी क्या अर्पित करें?


भांग
शिव को भांग अत्यंत प्रिय है। इसे अर्पित करने का भाव यह है कि भक्त अपने भीतर की विकृतियों को त्याग रहा है। यह समर्पण और शुद्धिकरण का प्रतीक है।
धतूरा
धतूरा भी शिव को प्रिय है। इसे चढ़ाने से व्यक्ति नकारात्मकता, क्रोध और अहंकार से मुक्ति पाता है।
केसर
केसर शिव जी को अर्पित करने से मन की शांति मिलती है और स्वभाव में मधुरता आती है। यह ध्यान और साधना को प्रबल करता है।
भस्म और चंदन
शिव के मस्तक पर भस्म और चंदन लगाना शुभ माना गया है। इससे आत्मबल बढ़ता है और समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है।
इत्र
शिव को सुगंध प्रिय है। इत्र अर्पित करने से मन निर्मल होता है और मानसिक तनाव में कमी आती है।
घी
घी ऊर्जा और तेज का प्रतीक है। शिव को घी अर्पित करने से आत्मविश्वास, बल और सहनशीलता में वृद्धि होती है।
शहद और शक्कर
शिव को मिठास पसंद है। शहद और शक्कर अर्पण करने से घर में प्रेम, मधुर संबंध और आर्थिक समृद्धि आती है।
दूध और दही
शिव को शीतलता प्रिय है। दूध और दही चढ़ाने से शरीर निरोगी रहता है और मानसिक स्थिरता मिलती है।
जल
जल अर्पण से मन का क्रोध, चंचलता और अस्थिरता शांत होती है। यह सबसे सरल और प्रभावी अर्पण है।
श्रावण मास में यदि भक्त भगवान शिव को उनकी प्रिय वस्तुएं श्रद्धा से अर्पित करते हैं, तो उन्हें न केवल मानसिक और आत्मिक शांति मिलती है, बल्कि जीवन के अनेक कष्ट भी दूर होते हैं। शिवभक्ति में दिखावा नहीं, सच्चा भाव सबसे महत्वपूर्ण होता है।


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