अल्मोड़ा डीएम ने दिये निर्देश, कहा लोगों को समय से दी जाए पानी आने की सूचना

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समाचार सच, अल्मोड़ा। नगर क्षेत्र में आम लोगों को समय से पेयजल आपूर्ति हो सके, इस बात को ध्यान में रखते हुये जिलाधिकारी वन्दना सिंह ने आज जल निगम व जल संस्थान के अधिकारियों के साथ कोसी बैराज, मटेला पम्प हाउस, पातालदेवी, एडम्स एवं सर्किट हाउस में बने पेयजल टैंको का स्थालीय निरीक्षण किया और नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में की जा रही पेयजल आपूर्ति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।

जिलाधिकारी ने कोसी बैराज के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि लोगों को पानी के आने की सूचना समय से दी जाय ताकि लोगों को अनावश्यक रूप से परेशानी का समाना न कराना पडे। उन्होंने कोसी बैराज से शहर क्षेत्र को की जा रही पेयजल आपूर्ति के समय व क्षमता की जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान मटेला पम्प हाउस का स्थालीय निरीक्षण और वहां पर बन रहे ओवर हैड टैंक को 15 नवम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश सम्बन्धित ठेकेदार को दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि इस कार्य को प्राथमिकता से लेते हुये तय समय सीमा के अन्तर्गत पूर्ण किया और कार्य तेज गति से हो इसके लिये मैन पावर बढायी जाय। जिलाधिकारी ने इस दौरान डिस्टीªक वाटर क्वालिटी टैस्टिंग प्रयोगशाला उत्तराखण्ड जल संस्थान का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि हर वाटर टैंक का रोस्टर बनाया जाय और हर सप्ताह पानी की सैम्पलिंग की जाय। इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा पातालदेवी जलाशय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पानी की पम्पिंग टाइम को बढाने के निर्देश दिये। उन्होंने इस पेयजल टैंक से किन-किन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की जा रही की जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान समय में नगर क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति सुचारू न होने से लोगों द्वारा शिकायतें की जा रही है।

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इसके उपरान्त जिलाधिकारी एडम्स में बने जलाशय का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने हारीडुंगरी में बने पेयजल टैंक की सुरक्षा दिवार बनाने के निर्देश जल संस्थान के अधिकारियों को दिये। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने रामकृष्ण कुटीर में आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुयी पेयजल लाइन का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान को निर्देश दिये कि क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के सक्षम अधिकारी व कर्मचारी की डयूटी लगायी जाय व ठेकेदार द्वारा मैन पावर बढायी जाय। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान नाराजगी व्यक्त करते हुये कडे़ निर्देश दिये कि आपदा के दौरान जो पेयजल लाइनायें क्षतिग्रस्त हुई है उन्हें तत्काल ठीक किया जाय। इस दौरान जिलाधिकारी ने सर्किट हाउस में बने जलाशाय का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान को निर्देश दिये कि पुरानी हो चुकी लाइन के पुर्नगठन का प्रस्ताव 01 सप्ताह के भीतर जिला कार्यालय को प्रस्तुत किया जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि जनपद के हर जोंन की एक प्लानिंग रिर्पाेट बनायी जाय। इस दौरान जिलाधिकारी ने आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई रानीधारा सड़क का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका व तहसीलदार को निर्देश दिये कि जिन लोगों द्वारा बिना अनुमति से खनन किया जा रहा है उनका चालान किया जाय और नगर में एक अभियान चलाकर ऐसे स्थानों को चयनित किया जाय। इस दौरान जिलाधिकारी ने बख स्थिति सीवर ट्रीटमेंट प्लान्ट का निरीक्षण किया और वहां की भूमि का भू-वैज्ञानिक सर्वे कराने के निर्देश दिये। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी सहित विभागीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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