हरी मिर्च में मौजूद एंटीबैक्टीरियल हमें कई प्रकार के संक्रमण से दूर रखती है

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। हरी मिर्च का उपयोग करने से खाने में स्वाद आ जाता है। यदि खाने में मिर्च ना हो तो आप चाहे कितने ही मसाले क्यों ना डाल दें पर खाना मजेदार नही लगेगा। वेसे तो मिर्च कई रंगो में आती है जैसे लाल, पीली, हरी आदि।
लेकिन आज हम आपको अधिक उपयोग होने वाली यानि की हरी मिर्च की जानकारी दे रहे हैं। हम आपको बताना चाहते हैं कि हरी मिर्च का तड़का केवल खाने का स्वाद ही नही बढ़ाता बल्कि इसमें शरीर के लिए ज़रूरी कई सारे विटामिन भी मौजूद होते हैं। आपको भले ही जानकर आश्चर्य लग रहा होगा लेकिन इसके सेवन से आपको सेहत के कई सारे फायदे मिलते हैं। जिन लोगों में आयरन की कमी होती है उनके लिए हरी मिर्च बहुत फायदेमंद है क्योंकि हरी मिर्च आयरन का प्राकृतिक स्रोत है। हरी मिर्च विटामिन ‘के’ का अच्छा स्रोत होता है। इसलिए इसे खाने से ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना कम होती है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण कई प्रकार के संक्रमण से हमे दूर रखते हैं। चाहे पतली वाली हरी मिर्च हो या शिमला मिर्च, दोनों में ही अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाएं जाते हैं।
हरी मिर्च खाने से हृदय को फायदा
हरी मिर्च हमारे हृदय के स्वास्थ्य को भी सुधारती है। यह बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करके धमनियों के सख्त होने को रोकती है। यह फिब्रिनोल्य्टिक की गतिविधि को बढाती है। फिब्रिनोल्य्टिक हमारे शरीर में खून को जमने से रोकने में मदद करता है जिससे दिल का दौरा आने की संभावना कई हद तक कम हो जाती है।
री मिर्च खाने के लाभ वजन घटाने में
बहुत से लोगों को सुनकर थोड़ा आश्चर्य लगेगा। पर हरी मिर्च के सेवन से वजन घटाने में भी मदद मिलती है। जब हम तीखा खाना खाते हैं तो हमारे शरीर में ऊष्मा बनती है। यह ऊष्मा हमारे शरीर से कैलोरी को जलती है। इसका सेवन मेटाबोलिज्म के स्तर को भी बढ़ाता है।
री मिर्च के फायदे उच्च रक्तचाप में
जिन लोगो को हाई बीपी की समस्या होती है उन्हें हमेशा फीका और कम तेल का खाना खाने की सलाह दी जाती है। हरी मिर्च में रक्तचाप को नियंत्रण करने के गुण होते हैं। इसलिए उच्च रक्तचाप के मरीज को अपने आहार में संतुलित मात्रा में हरी मिर्च को शामिल करना चाहिए।
हरी मिर्च के लाभ आँखो के लिए

हरी मिर्च का सेवन हमारी आँखो के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद विटामिन सी और बीटा-कैरोटीन आँखो के लिए अच्छे होते हैं। हमेशा हरी मिर्ची को अंधेरी जगह पर रखें क्योंकि रोशनी और धूप के संपर्क में आने से इसके अंदर का विटामिन सी ख़त्म हो जाता है।
हरी मिर्च के गुण मस्तिष्क के लिए
आपने देखा होगा कुछ लोगों को तीखा खाना बहुत पसंद होता है। बहुत से व्यंजनों में अधिक मिर्च होने पर भी वो इसे खाते रहते हैं। हरी मिर्च मस्तिष्क में एंडोर्फिन का रिसाव करती है। इससे हमारी मनोदशा में सुधार आता है और हम खुश महसूस करते हैं।
हरी मिर्च खाने के फायदे त्वचा के लिए
यदि आप अपनी त्वचा को खूबसूरत बनाना चाहते हैं तो आप अपने खाने में हरी मिर्च खाना शुरू कर दें। हरी मिर्च में विटामिन सी और ए होता है जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है।
लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप बहुत सारी मिर्च खाने लगें। आपको हरी मिर्च का संतुलित मात्रा में ही उपयोग करना है नही तो आपके पेट में जलन होने लगेगी। हरी मिर्च में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसलिए यह त्वचा में होने वाले इन्फेक्शन को भी दूर करती है।
प्रतिरोधक क्षमता के लिए हरी मिर्च के फायदे
जिन लोगों के रोग प्रतिरोधक तंत्र बहुत कमजोर होते हैं उन्हें बीमारियां बहुत जल्द अपना शिकार बना लेती हैं। सर्दी-खाँसी जैसी बीमारियां तो आए दिन हमारा पीछा नही छोड़ती। यदि आप अपने आहार में हरी मिर्च को शामिल करते हैं तो इससे आपको विटामिन सी मिलता है और आप की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। हरी मिर्च में भी नारंगी के समान विटामिन सी होता है जो हड्डियां और दांतों को भी मजबूत बनाती है।
हरी मिर्च के नुकसान निम्न हैं –
-हरी मिर्च खाने के जैसे बहुत फायदे हैं वैसे ही इसका अधिक मात्रा में सेवन करना हमारे शरीर के लिए हानिकारक है।
-इस में मौजूद कैप्साइसिन पेट की गर्मी को बढ़ाता है जिससे अनेकों प्रकार की स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानियां होती हैं।
-हरी मिर्च में अधिक फाइबर होता है। इस की अधिक मात्रा से डायरिया हो सकता है। इसमें मौजूद कैप्साइसिन से मेटाबोलिज्म बैलेंस नहीं रहता और मेटाबोलिज्म की प्रोसेस कम होती है।
-इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट अल्सर की सम्भावना को बढ़ा सकते हैं। हरी मिर्च के अधिक सेवन से पेट में जलन और चक्कर की समस्या भी हो सकती है।
-हरी मिर्च के अधिक सेवन से मधुमेह सामान्य से भी नीचे हो जाता है। अतः मधुमेह रोगी जो मधुमेह की दवा ले रहे हैं वह लोग हरी मिर्च का अधिक सेवन नहीं करें।
-हरी मिर्च में कैप्साइसिन होता है। इसके अधिक सेवन से आप को त्वचा सम्बंधित एलर्जी हो सकती है।
-हरी मिर्च अधिक मात्रा में कैप्साइसिन होने के कारण बवासीर से पीड़ित व्यक्ति इस का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करें। नहीं हो आप को बवासीर में और दिक्कतें आने लगेंगी।

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