चित्र नहीं, चरित्र के उपासक बनेंः आचार्य सुशील मिश्र

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समाचार सच, हल्द्वानी। श्री काल भैरव सन्यास आश्रम समिति की ओर से श्री पीपीलेश्वर महादेव मंदिर पटेल चौक में चले रहे शिव महापुराण के पंचम दिवस व्यासपीठ परविराजित व्यास जी ने कहा कि हम चित्र नहीं चरित्र के उपासक बनें। भक्ति और सत्संग से ज्ञान आता है, और ज्ञान से चरित्र का निर्माण होता है। अच्छे कार्य सतत एवं बारंबार करें, तब तक करें, जब तक वह आदत ना बन जाए, महाराज श्री ने कहा कि मदिरा संबंधों में सुचिता को छीनती है। इसके सेवन से मन और प्राण का संतुलन बिगड़ता है। धन का अधिक होना अपव्यय की प्रवृत्ति बढ़ाता हैै। धन को भोगे, पर पात्र लोगों मैं उसे बांटे, धान की यही सही विधि है। तन पवित्र सेवा किये, धन पवित्र किए दान। मन पवित्र हरि भजन ते, त्रिविध होत कल्याण।

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डॉक्टर कृष्ण चंद्र जोशी के आचार्यत्व में महादेव गिरी संस्कृत महाविद्यालय के परमाचार्य महेश चंद जोशी ने पूजा संपन्न की। महामंडलेश्वर स्वामी परेश पति महाराज ने सभी भक्तों को आशीर्वचन देते हुए जगत कल्याण की मंगलकामना की। आज के यम जान जगदीश बोरा, अनुज रस्तोगी थे।

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आयोजक मंडल से संस्था अध्यक्ष स्वामी महंत हरि गिरि महाराज, मोहन सिंह बौहरा, भोला शंकर जोशी, दिलीप मेहरोत्रा, दिनेश खुल्बे, राकेश गर्ग, नवीन वर्मा, गोपाल बेलवाल, प्रिया हरिप्रिया यति आदि उपस्थित रहे। कथा के पश्चात महिला-मंडली द्वारा कर्णप्रिय भजनों द्वारा सबका मन मोह लिया।

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