वीआईपी नगरी हल्द्वानी में बेलगाम यातायात

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अतिक्रमण व सिकुड़ती सड़क बनी जी का जंजाल

समाचार सच, हल्द्वानी (धीरज भट्ट)। भले ही हल्द्वानी को महानगर का दर्जा प्राप्त हो, लेकिन शहर में यातायात व्यवस्था और जाम से यहां पर तमाम समस्याओं का अंबार लगते जा रहा है। इससे महानगर की छवि भी धुमिल हो रही है। ज्ञात हो कि शहर की बसासत ज्यों-ज्यों बढ़ती गयी, इससे ट्रैफिक व्यवस्था भी असर पड़ा। अवैध निर्माण व सिकुड़ती सड़क ने खाझ में कोढ़ का काम किया। आज अन्य शहरों की तरह हल्द्वानी में भी सड़कों पर जाम तो मिलता है, साथ ही अनियंत्रित वाहनों, ठेलों ने भी इसमें आग में घी डालने का कार्य किया है। सीपीयू भी मात्र हेलमेट व वाहनों के चालान तक सीमित होकर रह गयी है। नेता अपने वोट बैंक व अधिकारी दबाव में कारण अवैध अतिक्रमण व यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए चाबुक नहीं चला पाते।

ज्यों-ज्यों दवा की, त्यों-त्यों मर्ज बढ़ता गया यह पंक्ति महानगर के यातायात व्यवस्था पर चरितार्थ होता है। बेहताशा बढ़ती जनसंख्या व बेलगाम यातायात से शहर की सड़कों पर जाम लगना आम बात है वहीं इससे सड़क हादसे भी बढ़ते जा रहे हैं। गौरतलब है कि हल्द्वानी महानगर को कुमाऊं का प्रवेश द्वारा भी कहा जाता है। महानगर में सड़कों का पर्याप्त जाल नहीं होने और और संसाधनों में वृद्धि नहीं होने से भी यातायात व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। हालांकि जिला प्रशासन व पुलिस इस पर आये दिन तमाम होमवर्क करने का दावा करते हैं। लेकिन धरातल पर यह कवायद दिखती नहीं है। यातायात व्यवस्था व जाम लगने के पीछे यहां पर अतिक्रमण भी जिम्मेदार है। अतिक्रमण के कारण शहर की सड़के लगातार सिकुड़ती जा रही हैं। नैनीताल रोड, बरेली रोड हो या रामपुर रोड चारों तरफ अतिक्रमण के कारण सड़कों पर जगह नहीं है। जिससे सड़क हादसे की संभावनायें भी बनी रहती है। अतिक्रमण का जिम्मेदार शहर के बीचों-बीच रोडवेज स्टेशन व केमू स्टेशन होना भी हैं। यहां चौराहे पर वाहन सड़क को घेरे रहते हैं। जिससे यहां पर जाम लगना आम बात है। शहर में यातायात व्यवस्था को बिगाड़ने में टैम्पों, रिक्शा व टुकटुक वालों का योगदान रहा है। काठगोदाम रोड पर चलने वाले ऑटों वालों का स्टैंड स्टडियम रोड पर और दमुवाढूंगा तथा रानीबाग जाने वाले टेम्पों का स्टैंड ओके होटल पर निर्धारित है। लेकिन ऑटो वाले मंगलपड़ाव के गली नंबर-1 से होते हुए रोडवेज व नैनीताल रोड को भी निकलते है। इससे भी सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है। हालांकि कार्रवाई के नाम पर चालान कर इतिश्री कर ली जाती है। इसके अलावा शहर में जगह-जगह खुले वाहन मैकनिकों की दुकानों व गैराजों ने भी ट्रेफिक व्यवस्था को बिगाड़ने में अहम रोल निभाया है। इसके लिए ट्रांसपोर्ट नगर में जाने का निर्देश था लेकिन ये बेखौफ होकर शहर में और आवासीय क्षेत्रों में भी अपनी गतिविधियां जारी रखे हैं। शासन-प्रशासन भी इनके आगे आंखें मूदे बैठा है।

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ये हैं व्यस्तम प्वाइंट:-
रोडवेज चौराहा
मुखानी चौराहा
कालाढूंगी रोड चौराहा
दुर्गा सिटी सेंटर चौराहा
मंगलपड़ाव चौराहा
एसटीएच तिराहा
जजी के पास
नरीमन प्वाइंट

कब बनेगा फ्लाईओवर
महानगर में फ्लाईओवर की मांग पुरानी है। वर्ष 2003 में मंगलपड़ाव से एसडीएम कोर्ट तक फ्लाईओवर बनाने की चर्चायें जोरों पर थी लेकिन वह मूर्त रूप नहीं ले पाया। इसके बाद हल्द्वानी निवासी पीसी जोशी ने मुखानी चौराहे पर फ्लाईओवर बनाने व अतिक्रमण के संबंध में कोर्ट की शरण ली थी। कोर्ट ने इस संबंध में सरकार को उचित कार्रवाई करने के आदेश दिये थे।

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सियासी दबाव भी जिम्मेदार
अतिक्रमण के लिए सियासी दबाव भी जिम्मेदार माना जाता है। शहर में जैसे ही शासन-प्रशासन अतिक्रमण हटाने की योजना बनाता है या कार्रवाई करता है तो इसके लिए दबाव बनाना शुरू हो जाता है। शहर के प्रभावशाली लोगों ने सड़कों पर या किनारे अतिक्रमण कर भवन या दुकान बना लिये है। जिससे सड़क पर अतिक्रमण की बाढ़ सी आ गयाी है। सरकार किसी भी पार्टी की हो, बहती गंगा में हाथ धोने से काई नहीं चूकना चाहता।

काश सूर्यप्रताप होते
अतिक्रमण बेलगाम यातायात की बात हो तो 90 के दशक में नैनीताल के डीएम सूर्य प्रताप सिंह का नाम आना स्वाभाविक है। उन्होंने नैनीताल में डीएम रहने के दौरान सड़कों से अतिक्रमण ही हटाया और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने में सराहनीय भूमिका निभायी। अगर वे कुछ और वर्ष टिक जाते तो हल्द्वानी की दशा और दिशा ही बदल जाती।

वीवीआईपी गढ़ फिर भी बेहाल
महानगर वीवीआईपी का गढ़ माना जाता है फिर भी बेहाल है। मसलन पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद बच्ची सिंह रावत, विपक्ष की नेता डा0 इन्दिरा हृदयेश, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह बिष्ट, राज्य मंत्री रेखा आर्या, विधायक रामसिंह कैड़ा, पूर्व विधायक नारायण पाल, पूर्व सांसद बलराज पासी, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. प्रकाश पंत के आवास यहां पर बने है। इसके अलावा पुलिस उपमहानिरीक्षक, आयुक्त, जिलाधिकारी, एसएसपी के कैंप कार्यालय भी है। साथ ही एसपी, एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट, नगर आयुक्त का कार्यालय भी हल्द्वानी में स्थित है। इतना होते के बावजूद भी यहां पर यातायात व्यवस्था दयनीय है।

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