उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को मिली धमकी, G-20 समिट के विरोध में उतरा आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस

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समाचार सच, देहरादून (एजेन्सी)। पंजाब से फरार खालिस्तान समर्थक, और ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके भगोड़े साथियों की तलाश के बीच उत्तराखंड में हड़कंप मच गया। प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धमकी दी है। यह धमकी दी गयी है कि उत्तराखंड में उनके संगठन से जुड़े लोगों पर केस दर्ज न किए जाएं। इन कॉलस की जांच के लिए डीजीपी अशोक कुमार ने एसटीएफ को लगाया है। प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू की रिकॉर्डेड आवाज में धमकी भरी कॉल लोगों को आ रही हैं। पन्नू की इस रिकॉर्डेड कॉल में रामनगर में होने वाली जी-20 बैठक को लेकर धमकी दी जा रही है। रविवार शाम से इस तरह की धमकी भरी कॉल आने का सिलसिला चल रहा है।

एसएफजे के मुखिया पन्नू की रिकॉर्डेड कॉल में कहा जा रहा है कि रामनगर भारत का नहीं बल्कि खालिस्तान का हिस्सा है। साथ ही समिट के दौरान रामनगर में खालिस्तान के समर्थन में झंडे लगाने की बात भी कही जा रही है। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी को धमकी दी गयी है कि संगठन के समर्थकों पर मुकदमे दर्ज न किए जाएं। यह भी धमकी दी है कि एसएफजे रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर इस समिट के दौरान खालिस्तान के समर्थन में झंडे लगाएगा।

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बताया जा रहा है कि इस तरह की सबसे ज्यादा कॉल मीडिया और सरकारी कर्मचारियों को आ रहे हैं। धमकी भरी रिकॉर्डेड कॉल का मामला संज्ञान में आते ही डीजीपी अशोक कुमार ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। विभिन्न नंबरों से आ रही कॉल की जांच करने के लिए एसटीएफ को लगाया गया है। बताया जा रहा है कि पन्नू ने अमृतसर में 15 मार्च को हुए जी-20 समिट को लेकर भी इसी तरह की धमकी दी थी।

हरियाणा-पंजाब पुलिस की टीम को खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के उत्तराखंड का रूख करने इनपुट मिलने के बाद से उत्तराखंड पुलिस अलर्ट मोड पर है। नेपाल सीमा से जुड़ा होने के कारण उधम सिंह नगर जिले की पुलिस हाई अलर्ट मोड पर है। इधर काशीपुर कोतवाली पुलिस ने रविवार देर शाम कुंडेश्वरी गुलजारपुर क्षेत्र में फ्लैग मार्च कर जनता को पंजाब के मोस्ट वांटेड अमृतपाल सिंह के बारे में बताया।

काशीपुर में देर रात्रि प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी के निर्देशन में कोतवाली पुलिस, कुंडेश्वरी चौकी पुलिस व ग्राम चौकीदारों के द्वारा फ्लैग मार्च कुंडेश्वरी गुलजारपुर क्षेत्र में किया गया। लाउडस्पीकर के जरिए पंजाब पुलिस से फरार चल रहे अभियुक्त अमृतपाल और उसके साथी पपलप्रीत, हरप्रीत, हरजीत व अन्य के संबंध में सूचना क्षेत्र के लोगों को दी गई। लोगों बताया गया कि इन पर पंजाब पुलिस में संगीन धाराओं में अपराध पंजीकृत है, तथा सभी व्यक्ति पंजाब पुलिस के मोस्टवांटेड अपराधी हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इनमें से किसी को आश्रय या आर्थिक सहयोग उपलब्ध नहीं कराया जाए। यदि कोई इनका सहयोग करता है तो उसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इनमें से किसी के भी सोशल मीडिया अकाउंट को फॉलो, लाइक और शेयर न करने के लिए भी चेताया गया है।

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इधर आपको बता दें कि उधम सिंह नगर जनपद में पुलिस ने खालिस्तान अमृतपाल के पोस्ट को सोशल मीडिया में लाइक और शेयर करने वाले 25 लोगों को चिन्हित किया है। जबकि 20 लोगों की काउंसलिंग की गई। 5 लोगों का पुलिस एक्ट में चालान किया गया है। वहीं बॉर्डर से गुजरने वाले हर वाहन की सघन चेकिंग करने के बाद ही जाने दिया जा रहा है।

Chief Minister of Uttarakhand received threat, terrorist organization Sikh for Justice protested against G-20 summit

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