Congress state president Karan Mahara’s allegation- Bharatiya Janata Party’s involvement in recruitment scams exposed
समाचार सच, देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित जे.ई. भर्ती घोटाले की जांच कर रही एसआईटी द्वारा कनखल थाने में दी गई तहरीर में भाजपा नेता एवं मण्डल अध्यक्ष संजय धारीवाल के नाम का खुलासा होने पर कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले दिन से ही कह रही है कि भाजपा शासन में अभी तक लोकसेवा आयोग एवं अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा जितनी भी भर्तियां की गई है उन सभी भर्तियों में भाजपा नेताओं द्वारा भारी घोटाले को अंजाम दिया गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा (State Congress President Karan Mahara) ने कहा कि पहले हाकम सिंह और अब संजय धारीवाल का नाम भर्ती घोटाले में उजागर होने से स्पष्ट हो गया है कि सभी भर्तियों में भाजपा नेताओं एवं सरकार की मिलीभगत से सभी घोटालों को अंजाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी देश में बढती हुई बेरोजगारी और मंहगाई के प्रति संवेदनशील हैं। देश की एकता, अखण्डता, युवाओं के रोजगार तथा देश में बढती मंहगाई तथा किसानों, दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों की समस्याओं को लेकर भारत जोड़ो जैसी यात्रा कर उनकी समस्याओं के समाधान के प्रति संवेदनशील हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकारें भ्रष्टाचार, घोटालों में लिप्त हैं।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार उत्तराखण्ड राज्य में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, विधानसभा, न्याय विभाग, सहकारिता, शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग में योग्यता पर अयोग्यता को हावी कर नौकरियां दी गई हैं उससे स्पष्ट है कि उत्तराखण्ड में राजनीति, नौकरशाही ने मिलीभगत कर अपनो को रेवड़ियां बांटने का काम किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उनके द्वारा उत्तराखण्ड की विधानसभा में हाकम सिंह रावत और अधीनस्थ चयन आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष आरबीएस रावत के रिश्तों का मामला उठाये जाने तथा तत्कालीन संसदीय कार्य मंत्री द्वारा इन भर्तियों में घोटाला तथा अभियुक्तों मे रिश्ता होने की स्वीकारोक्ति के बावजूद जांच के नाम पर लीपा-पोती की गई। परन्तु जिस प्रकार से भर्ती घोटालों में भाजपा नेताओं की संलिप्तता उजागर हो रही है उससे लोकसेवा आयोग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सभी भर्तियां संदेह के घेरे में हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई और भर्ती प्रकरण हैं जो मा0 न्यायालय के सिटिंग जज की निगरानी में हुई निष्पक्ष जांच के उपरान्त ही खुलेंगे तथा इनसे जुडे सफेदपोश और नौकरशाहों के चेहरे सामने आयेंगे।
करन माहरा ने कहा कि भय-भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का दावा करने वाली उत्तराखण्ड की डबल इंजन सरकार सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार रोकने में पूरी तरह से विफल साबित हुई हैै। राज्य सरकार द्वारा नौजवानों को रोजगार मुहैया कराना तो दूर जिन सरकारी पदों पर अभी तक भर्तियां की भी गई हैं उन सभी में भारी भ्रष्टाचार एवं भाई भतीजावाद को अंजाम दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग एवं अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भ्रष्टाचार और भाजपा नेताओं के चारागाह के अड्डे बन गये हैं जिनमें भाजपा के भर्ती माफियाओं का बोलबाला हो गया है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में लोकसेवा आयोग एवं अधीनस्थ सेवा चयन आयोग सहित अन्य विभागों में हुए भर्ती घोटालों की जांच राज्य सरकार द्वारा एस.टी.एफ. के माध्यम से करा कर लीपा-पोती करने का प्रयास किया जा रहा है उससे प्रदेश की जनता का इन जांच एजेंसियों से भरोसा उठ गया है। इसलिए उत्तराखण्ड में हुए विभिन्न भर्ती घोटालों की माननीय उच्च न्यायालय के सिटिंग जज की निगरानी में जांच होनी आवश्यक है।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440