समाचार सच, हल्द्वानी। बेंगलुरु में 34 वर्षीय इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या का मामला देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस घटना ने समाज को झकझोर दिया है, और अब देशभर में पुरुष आयोग और पुरुष कल्याण मंत्रालय बनाने की मांग उठ रही है। इसी कड़ी में हल्द्वानी में एक समाज, श्रेष्ठ समाज संस्था के सदस्यों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपा।
संस्था के अध्यक्ष योगेंद्र शाहू ने कहा कि कई महिलाएं कानून का दुरुपयोग करके पुरुषों का उत्पीड़न कर रही हैं। उन्होंने कहा, अतुल सुभाष जैसे युवा और प्रतिभाशाली इंजीनियर की आत्महत्या इसी उत्पीड़न का परिणाम है। अब समय आ गया है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले और पुरुषों के लिए आयोग और कल्याण मंत्रालय बनाए।
संस्था की सदस्य योगिता बनौला ने कहा कि कुछ महिलाएं निजी स्वार्थ के लिए झूठे मुकदमे दर्ज कराकर पुरुषों को मानसिक और सामाजिक रूप से तोड़ देती हैं। इससे कई पुरुष आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर हो जाते हैं। ऐसे पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पुरुष आयोग का गठन जरूरी है।
इधर हल्द्वानी में हुए इस ज्ञापन कार्यक्रम के बाद स्थानीय लोगों ने भी सरकार से इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की अपील की है।
अतुल सुभाष का मामला
कर्नाटक के बेंगलुरु में रहने वाले अतुल सुभाष ने हाल ही में अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले उन्होंने 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट और एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए। यह मामला अब पुरुष अधिकारों की चर्चा को नई दिशा दे रहा है।
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