-अभिभावकों का नहीं होने दिया जाएगा शोषण
-प्राइवेट स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा अन्य किसी भी मद में कोई शुल्क नहीं लेंगे
समाचार सच, देहरादून। उत्तराखंड के प्राइवेट स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा अन्य किसी भी मद में कोई शुल्क नहीं लेंगे। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव उत्पल कुमार, शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम एवं सभी जिलों के जिलाधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। उन्होंने ने कहा कि यह समय मुनाफे और नुकसान के लिए काम करने का नहीं है। जो स्कूल ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं वे स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा अन्य किसी मद में शुल्क नहीं लेंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के जिस स्कूल की मनमानी फीस वसूलने की शिकायत आएगी, उसकी मान्यता निरस्त कर दी जाएगी। साथ ही संबंधित ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी, उप शिक्षा अधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। वहीं, स्कूलों में एनसीईआरटी के अलावा अन्य पुस्तकें स्वीकार नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी दिल्ली ने चार सप्ताह का कोर्स कम किया है। लेकिन प्राइवेट स्कूल बच्चों पर अन्य लेखकों की किताबें थोप रहे हैं। इस तरह के स्कूलों की भी मान्यता निरस्त की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार जनता के साथ खड़ी है। अभिभावकों का किसी भी तरह का शोषण नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो स्कूल ऑनलाइन नहीं पढ़ा रहे, वो किसी भी तरह की फीस नहीं लेंगे। मंत्री ने अधिकारियों को नई व्यवस्था का सख्ती से पालन कराने की हिदायत दी है। शिक्षा मंत्री ने आदेश दिया है कि स्कूल खुलने पर कोई भी एक साथ फीस नहीं लेगा, बल्कि अभिभावकों को समय देकर किस्तों में फीस ली जाएगी।




सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440