‘नशा नहीं, रोजगार दो’ अभियानः युवा कांग्रेस का सचिवालय कूच, पुलिस ने रोका

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समाचार सच, देहरादून। उत्तराखंड में बढ़ते नशे और बेरोजगारी के खिलाफ नशा नहीं, रोजगार दो अभियान के तहत बुधवार को युवा कांग्रेस ने सचिवालय घेराव का प्रयास किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मार्च किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें सचिवालय पहुंचने से पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस लाइन पहुंचाया, जहां पहले से एक क्रिकेट टूर्नामेंट का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के बीच विवाद हो गया।

भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब के नेतृत्व में कांग्रेसी नेता और युवा कार्यकर्ता रेंजर्स ग्राउंड में एकत्र हुए। वहां सभा के बाद सचिवालय घेराव के लिए पैदल मार्च शुरू हुआ। प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

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प्रदर्शनकारियों ने रोजगार सृजन और नशे के बढ़ते खतरे पर ठोस कार्रवाई की मांग की। करन माहरा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है और उन्हें नशे के दलदल में धकेल रही है। उन्होंने कहा, राज्य में नशा तेजी से फैल रहा है, और बीजेपी सरकार शराब की नई दुकानें खोलकर इसे बढ़ावा दे रही है।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन पहुंचाया, जहां पहले से डॉ. आरपी नैनवाल मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान किसी बात पर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के बीच बहस हो गई।

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हंगामे के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी पुलिस लाइन में मौजूद थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील की। हालांकि, पत्रकारों ने आरोप लगाया कि टोके जाने पर कार्यकर्ता भड़क गए और विवाद बढ़ गया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद मामला शांत किया गया।

करन माहरा ने कहा कि उत्तराखंड महिला अपराध में नौ हिमालयी राज्यों में पहले स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने पेपर लीक जैसे मुद्दों पर भी सरकार को घेरा और कहा कि राज्य की युवा पीढ़ी रोजगार और अच्छी शिक्षा के बजाय नशे की चपेट में जा रही है।

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