समाचार सच, दिल्ली (एजेन्सी)। भारतीय वायु सेना में मंगलवार को 8 अमेरिका निर्मित आठ अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल होने से भारतीय वायु सेना की लड़ाकू क्षमता अब और बढ़ गई है। मंगलवार को एयर चीफ मार्शल बी. एस. धनोआ पठानकोट एयर फोर्स स्टेशन में आयोजित होने वाले इस समारोह के मुख्य अतिथि थे।
जानकारी के अनुसार ‘अपाचे एएच-64ई’ दुनिया के सबसे आधुनिक मल्टी रोल लड़ाकू हेलीकॉप्टर है और अमेरिकी सेना भी इसका इस्तेमाल करती है। कहा जाता है कि आतंकी ओसामा बिन लादेन के खिलाफ पाकिस्तान में हुए ऑपरेशन में भी इसका इस्तेमाल किया गया था। वायु सेना के पीआरओ अनुपम बनर्जी ने बताया कि फिलहाल 8 हेलिकॉप्टर मिले हैं। बाकी 22 चरणबद्ध तरीके से भारत को मिलेंगे। बनर्जी के मुताबिक, भारतीय वायु सेना के पास पहले भी अटैक हेलिकॉप्टर थे, लेकिन इन नए चॉपर्स की वजह से सटीक हमला करने की क्षमता कई गुना बढ़ गई है।
हेलिकॉप्टर को वायु सेना में शामिल करने से पहले पूजा की गई। ये हेलिकॉप्टर लेजर सेंसर और नाइट विजन कैमरों से लैस हैं यानी ये रात में भी हमलों को अंजाम दे सकते हैं। ये 128 टारगेट पर एक साथ हमले करने में सक्षम है। 16 एंटी टैंक मिसाइलों से लैस ये ये हेलिकॉप्टर 4.5 किमी दूर से निशाना लगा सकता है। इसकी फ्लाइट रेंज 500 किमी है जो 280 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है।
इससे पहले सोमवार को वायु सेना के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ आठ अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर आईएएफ में शामिल होने जा रहे हैं, जो बल की लड़ाकू क्षमता को बढ़ाएंगे।’’ बता दें कि वायुसेना ने ‘अपाचे हेलीकॉप्टर’ के लिए अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ सितम्बर 2015 में कई अरब डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट किया था। इसके तहत बोइंग ने 27 जुलाई को 22 हेलीकॉप्टर में से पहले चार हेलीकॉप्टर दिए गए थे। कई अरब डॉलर का अनुबंध होने के करीब चार साल बाद हिंडन एयरबेस में भारतीय वायुसेना को अपाचे हेलीकॉप्टरों के पहले बैच की डिलीवरी की गई थी।
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