पूर्व शिक्षिका ने लिया स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती पर नेत्रदान का संकल्प

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Former teacher took the pledge of eye donation on the 200th birth anniversary of Swami Dayanand Saraswati

समाचार सच, हल्द्वानी। स्वामी दयानंद जी के 200वीं जन्मदिन के अवसर पर सीमा खंडूजा पत्नी यशपाल खंडूजा निवासी ब्रजविहार ने अनमोल संकल्प सिद्धि फाउंडेशन के तत्ववाधान में नेत्रदान किया।

सीमा पूर्व में डीएवी सीनियर सेकेंड्री स्कूल की पूर्व अध्यापिका भी रह चुकी है। आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सीमा ने बताया कि स्वामी दयानंद सरस्वती ईश्वर के प्रति अपनी जिज्ञासा को शांत करने के लिए वो 16 साल की उम्र में घर से निकल पड़े। आगे चलकर यही बालक महर्षि दयानंद सरस्वती के नाम से मशहूर हुआ और सत्य के अर्थ का प्रकाश फैलाने वाले महान ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश की रचना की। जिनकी आज 200वीं जयंती है। इस अवसर पर उन्होंने संस्था के मिथुन जायसवाल को नेत्र दान का संकल्प पत्र भरकर सौंपा। उनके इस संकल्प पत्र की संस्था अध्यक्षा सुचित्रा जायसवाल, उपाध्यक्षा अरूणा टंडन ने भूरि – भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका यह संकल्प लोगों को प्रेरणा देगा तथा उनके बाद उनकी आंखें इस संसार को देखती रहेंगी।

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