समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। शनिवार, 7 सितंबर से गणेश उत्सव शुरू हो रहा है। ये उत्सव 17 सितंबर तक रहेगा। माना जाता है कि भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर गणेश जी प्रकट हुए थे। इसी वजह से हर साल इस तिथि पर घर-घर में गणेश जी प्रतिमा स्थापित की जाती है और अनंत चतुर्दशी तक विशेष पूजा की जाती है। घर में स्थापित करने के लिए मिट्टी की प्रतिमा सबसे अच्छी रहती है। पीओपी की प्रतिमा स्थापित करने से बचना चाहिए।
अभी गणेश उत्सव शुरू होने में कुछ दिन शेष हैं, ऐसे में भगवान की प्रतिमा उत्सव शुरू होने से कुछ दिन पहले बना लेंगे तो उसे सूखने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। प्रतिमा सूख जाएगी तो उसे मनचाहे रंगों से सजा सकेंगे।
जानिए घर पर ही गणेश जी की प्रतिमा बनाने की सरल विधि…
- गणेश जी स्थापित करते समय इन बातों का ध्यान रखें
- उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, गणेश प्रतिमा को पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए। दक्षिण और दक्षिण पश्चिम दिशा गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करने से बचें।
- घर में गणेश जी की प्रतिमा को ऐसी जगह स्थापित न करें, जहां से भगवान की पीठ के दर्शन होते हैं। मान्यता है कि गणेश जी की पीठ पर दरिद्रता वास करती है, जो लोग भगवान की पीठ के दर्शन करते हैं, उन्हें दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है।
- घर में गणेश जी की बाएं हाथ की ओर सूंड वाली मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। माना जाता है कि सीधे हाथ की ओर सूंड वाले गणेश जी देर से प्रसन्न होते हैं।
- घर में मिट्टी से बनी प्रतिमा ही स्थापित करनी चाहिए। दस दिनों के बाद अनंद चतुर्दशी पर गणेश जी की प्रतिमा घर में ही विसर्जित करें।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440