बेजुबानों के घावों को मरहम लगाते कोमल व शिवांश

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समाचार सच, हल्द्वानी (नीरू भल्ला)। शहर में आवार कुत्तों व बिल्लियों के लिए छत देने से लेकर उनका इलाज करने वाले शिवांश व कोमल व उनकी टीम अखबारों की सुर्खियां बनने में विश्वास नहीं करते हैं। वरन वे अपना समय इन जानवरों को देेकर इनका दर्द शेयर करते हैं। वे पीपुल्स फार्मस से प्रेरित होकर इस काम को कर पुण्य कमा रहे हैं।

ज्ञात हो कि लाकडाउन के दौरान हल्द्वानी के शिवांश प्रभाकर, कोमल वर्मा, शरद जोशी व गाजियाबाद की बलौदी ने मिलकर आवारा कुत्तों के दर्द को समझ कर हाउल नामक एक संगठन बनाया। जिसके जरिये वे लावारिस कुत्तों का इलाज करते हैं। इसके लिए काठगोदाम में हाइडिल गेट में सेल्टर बना रखा है। शिवांश व कोमल ने बताया कि अगर कोई कुत्त्ते को पालना चाहता है तो वे इसे सौंप देते हैं। अपने अनुभवोेें को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें कुत्तों को पकड़ने के दौरान कोई घृणा या हिचकिचाहट नहीं होती। यहां तक कि वे कुत्तों के घावों से कीडे. तक खुद निकालते हैं।

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शिवांश ने बताया कि अभी तक लगभग 60 लावारिस कुत्तों का इलाज कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनके ग्रुप में लगभग 90 लोग जुड़े हैं। ये ही उनका खर्चा उठाते हैं। उन्होंने अपना दर्द शेयर करते हुए बताया कि उन्होंने अपनी फर्म को सोसाइटी में रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई किया था लेकिन अभी तक संस्था का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है। वहीं शेल्टर होम बनाने के लिए अभी जमीन के लिए सरकार के समक्ष मांग नहीं रखी है लेकिन भविष्य में इसके लिए प्रयास किया जायेगा। इधर उन्होंने कहा कि कुत्तों के लिए बधियाकरण आदि की व्यवस्था हो जाये तो इन कुत्तों की बढ़ती संख्या पर रोक लग सकेगी।

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डीयू से स्नातक है शिवांश
हल्द्वानी।
शिवांश प्रभाकर कामर्स से डीयू में स्नातक हैं। हालाकि वे आगे की पढ़ाई के लिए यूरोप जाना चाहते थे लेकिन लाकडाउन के कारण नहीं जा पाये। वहीं उन्होंने कहा कि वह बचपन से ही पशुओं से प्रेम करती आयी है। वही कोमल वर्मा अंग्रेजी में एमए हैं और वर्तमान में वे बुटिंक चला रहे है।

अपील
हल्द्वानी।
शिवांश व कोमल ने भी अपील की है कि जहां समाजसेवी लोगो के मद्द के लिए आगे आते हैं। इसी प्रकार बेजुबानों के लिए आगे आयें तो उनके मुहिम का मजबूती और मिलेगी और बेजुबानों का भी कल्याण होगा।

समाजसेवियों को नसीहत
हल्द्वानी।
हल्द्वानी में तमाम समाजसेवी ऐसे हैं कि जो थोड़ा सा कार्य करने पर मीडिया की सुर्खियां बनना पसन्द करती हैं। हल्द्वानी में तमाम समाजसेवी ऐसे हैं जो कुत्तों आदि की मद्द करते हैं।

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