हल्द्वानी : ओएलएक्स पर फर्जी आर्मी अफसर बन लोगों को लूटने वाली गैंग के 4 शातिर को दबोचा

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समाचार सच, हल्द्वानी। पुराना सामान ऑनलाइन पर बेचने व खरीदने वाली वेबसाइट ओएलएक्स पर आर्मी के फर्जी अफसर व जवान बनकर लोगों को लूटने वाली गैंग का हल्द्वानी पुलिस एवं एसओजी की संयुक्त टीम ने पर्दाफाश कर दिया। ओएलएक्स पर आल्टो कार बेचने का विज्ञापन डालकर खरीददारों के साथ लाखों की धोखाधड़ी करने वाले गैंग के 4 शातिर ठगों को 22 जून को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। इनके पास आर्मी सहित सिविल व्यक्तियों की कई आईडी बरामद हुई है। इस गैंग ने राज्य के कई लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी करने के साथ कई आपराधिक वारदातें की। अभियुक्तों द्वारा करोड़ों का लेनदेन करने की बात सामने आई है। जिसकी जांच की जा रही है।

आपको बता दें कि बीती 9 फरवरी को सेंचुरी पेपर मिल में कार्यरत मूल रूप से रूड़की निवासी विकास अग्रवाल पुत्र केवी लाल गुप्ता ने ओएलएक्स में अल्टो कार का विज्ञापन देखा। जिसमें दिये गये नंबरों पर उसने संपर्क किया तो आर्मी का अफसर बनकर उससे बातचीत की गई। इस तरह गाड़ी की डिलीवरी के नाम पर एक लाख से अधिक की धोखाधड़ी कर ली गई। इसी तरह गौरव सिंह पुत्र जनदेव सिंह निवासी ग्राम पदमपुर देवलिया मोटाहल्दू से व्हाट्सअप में कोड भेजकर 83 हजार की धोखाधड़ी की गई। इन मामलों में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने ठगों की सुरागकशी शुरू कर दी। मामले में जानकारी देते हुए एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि ठगों की गिरफ्तारी के लिए लालकुआं कोतवाल संजय कुमार के नेतृत्व में टीमें गठित कर सर्विलांस की मदद ली गई।
इस आधार पर 22 जून को अभियुक्तों को कस्बा डीग राजस्थान से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों ने पुलिस को अपने नाम मिजाज खान पुत्र रसीद खान निवासी ग्राम धूलबास थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान, इमरान खान पुत्र रहीस खान पिवासी ग्राम बदडबास जिला भरतपुर, राजस्थान, हैदल अली पुत्र फारूख निवासी ग्राम देवसरस, जिला मथुरा उत्तर प्रदेश व कामरान पुत्र स्व. ईसब निवासी ग्राम खंूटाबास जोचगा, जिला भरतपुर राजस्थान बताये हैं। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वह ओएलएक्स में विज्ञापन देखकर वाहन स्वामी से संबंधित जानकारी जुटाते थे और आर्मी अफसर बनकर ओएलएक्स में अपना विज्ञापन डाल देते थे। इसके बाद ग्राहक से कीमत तय कर पैसा अपने खाते में स्थानान्तरित करवा लेते थे। इन मामलों में पुलिस ने सबसुख पुत्र रूद्दार उर्फ रूजदार निवासी ग्राम गदडबास, जिला भरतपुर राजस्थान व राहुल पुत्र मजला निवासी ग्राम देवसरस थाना गोरवधन जिला मथुरा को वांछित किया है। एसएसपी ने बताया कि अभियुक्तों द्वारा करोड़ों का लेनदेन करने की बात सामने आई है। जिसकी जांच की जा रही है। पकड़े गये अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस ने 8 मोबाइल फोन, 7 सिम, एटीएम आदि बरामद किए हैं।

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सफलता प्राप्त करने वाली टीम:
लालकुआं कोतवाल संजय कुमार, एसआई कमित जोशी, प्रकाश पोखरियाल, कांस्टेबल पवन कुमार, आनन्दपुरी, एसओजी के दीपक अरोरा, जितेंद्र कुमार, वीरेंद्र चौहान, कुंदन कठायत, अनिल गिरी, किशन चन्द्र शर्मा।

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आप हो जाये सावधान, ऐसे देते थे लूट को अंजाम:
गैंग के सदस्य ओएलएक्स पर फर्जी आर्मी अफसर बनकर पेश आते थे। इसके लिए वे किसी आर्मी अफसर की आईडी का इस्तेमाल करते थे। ओएलएक्स पर कार, मोबाइल व लेपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रोनिक सामान की फोटो लगा देते और उसे 40 से 50 प्रतिशत मूल्य पर बेचने की पेशकश करते। उदाहरण के तौर पर उक्त मामले में कार का 25 हजार रुपए में देने के लिए ओएलएक्स पर डाला, जिसमें नैनीताल जिले के लालकुआं के लोग ठगी का शिकार हो गए। गैंग के सदस्य खरीददार से भी ऑनलाइन आईडी ले लेते थे जो वे अगली लूट में इस्तेमाल करते थे। इस तरह उनके पास कई व्यक्तियों की आईडी मिली है। खुद के पास समय की कमी का बहाना करके पेटीएम में एडवांस पैसे जमा कराने का बोलते और सामान कोरियर से भेजने का कहते। पेटीएम से रुपए प्राप्त होने के बाद वे मोबाइल नम्बर बदलकर नया पेटीएम खाता शुरू कर देते। इस तरह करीब कई लाखों रुपए की ठगी गैंग द्वारा की जाती है।

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