समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। ज्योतिष शास्त्र में राजयोग के लिए बहुत से उपाय बताए गए हैं। राजयोग के लिए ग्रहों का उच्च होना भी जरूरी होता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह उच्च नहीं है, तो ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों को उच्च करने के लिए बहुत से उपाय बताए गए हैं। आज के दौर में राजयोग आईएएस, आईपीएस, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राज्य सत्ता की चाबी आदि होता है। प्राचीन समय में राजयोग का अर्थ राजा होना होता था जिसके पास हर प्रकार की सुविधा हुआ करती थी। वैसे ही बदलते समय के साथ आज के समय में राजयोग सरकार से तनख्वाह लेना या राजसत्ता को चलाना बताया गया है।
कैसे बनता है
राजयोग और राजयोग के लिए क्या-क्या उपाय करने चाहिए इन सभी सवालों को लेकर हमने हरिद्वार के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित प्रतीक मिश्र पुरी और पंडित श्रीधर शर्मा शास्त्री से बातचीत की। वह बताते हैं कि आज के दौर में राजयोग यानी सरकार से तनख्वाह लेना या सरकार को चलाना होता है। हालांकि पहले समय में राजयोग किसी का राजा होना होता था, लेकिन वक्त बदलने के साथ-साथ राजयोग के मायने बदल गए हैं। आज के दौर में सरकार से जुड़ना और अपार धन की प्राप्ति होना ही राजयोग है।
राजयोग के बारे में कुछ अहम बातें
ज्योतिषाचार्य श्रीधर शर्मा शास्त्री बताते हैं कि कुंडली में राजयोग तभी बनाता हैं जब बृहस्पति ग्रह कुंडली के उच्च भाव में विराजमान होता है। बृहस्पति सभी ग्रहों के गुरु हैं, यदि वह कुंडली के उच्च भाव में है तो व्यक्ति को हर प्रकार की सुख सुविधा प्राप्त होती है. साथ ही जिन जातकों की कुंडली में राजयोग नहीं होता है उनके द्वारा यदि गुरु बृहस्पति की निमित्त पूजा पाठ, दान, व्रत, अनुष्ठान आदि किया जाए तो वह भी अपार धन की प्राप्ति कर अपने दुखों से छुटकारा पा सकते हैं। जिन जातकों की कुंडली में जन्म के समय राजयोग नहीं होता, उनके द्वारा यह उपाय करने से वह प्राइवेट सेक्टर से अच्छा खासा धन प्राप्त कर सकते हैं।
ऐसे बनता है कुंडली में राजयोग
ज्योतिषाचार्य पंडित प्रतीक मिश्र पुरी बताते हैं कि कुंडली में राजयोग ग्रहों के उच्च होने पर निर्भर करता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह उच्च भाव में विराजमान नहीं है, तो उनके द्वारा कुछ उपाय करने से वह अपार धन की प्राप्ति कर सकते हैं. उनके द्वारा माता लक्ष्मी के निमित्त व्रत, पूजा पाठ, अनुष्ठान आदि करने और घर के गमले में कनेर का पौधा रोपण करने से विशेष लाभ मिलता है। समाज में 10 ऐसे व्यक्ति जो सत्कर्म करने वाले हो और धनवान हो तो उनके घर की एक-एक चुटकी मिट्टी लाकर गमले में डालें और उसमें कनेर का पौधा लगाएं। ऐसा करने से उनकी कुंडली में राजयोग के योग बन जाते हैं और उन्हें अपार धन की प्राप्ति होती है। ऐसे व्यक्तियों को जीवन में कोई भी परेशानी नहीं होती है।
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