हल्द्वानी में फिर गूंजेगी महिला रामलीला की गाथा, राम-लक्ष्मण के किरदार में नजर आएंगी बेटियां, 1 अप्रैल से लीला का मंचन शुरू

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समाचार सच, हल्द्वानी। उत्तराखंड की नारी शक्ति अब केवल सीता और दुर्गा के किरदार तक सीमित नहीं, बल्कि राम और लक्ष्मण के रूप में भी अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रही है। रामलीला, जिसे अब तक पुरुषों का मंच माना जाता था, वह अब महिलाओं के सशक्त अभिनय से नई पहचान बना रहा है। इस महिला रामलीला के आयोजन ने यह साबित कर दिया है कि अब महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रही हैं। यह आयोजन केवल एक रामलीला मंचन नहीं, बल्कि नारी शक्ति और संस्कृति का अद्भुत संगम है!

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पुर्ननवा महिला समिति ने बीते साल 1 अप्रैल 2025 को महिला रामलीला मंचन की ऐतिहासिक पहल की थी, जिसे न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में भारी सराहना मिली। इस सफलता को दोहराते हुए, इस वर्ष भी 1 अप्रैल से 11 अप्रैल तक हल्द्वानी के पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच, हीरानगर में महिला रामलीला का भव्य मंचन किया जाएगा। पूरी तरह से महिलाओं द्वारा अभिनीत इस रामलीला के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

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महिला रामलीलाः परंपरा और सशक्तिकरण का संगम
पुर्ननवा महिला समिति की अध्यक्षा लता बोरा और सचिव शांति जीना ने पत्रकार वार्ता में बताया कि यह रामलीला पारंपरिक कुमाऊंनी शैली पर आधारित होगी। खास बात यह है कि इसमें 10 साल की बालिका से लेकर 70 साल की बुजुर्ग महिलाएं तक विभिन्न पात्रों को निभाएंगी। यह मंचन उत्तराखंडी संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा देगा और महिला सशक्तीकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

इस बार लीला का मुख्य आकर्षण सीता का जन्म और बाल हनुमान की लीला का का होगा। यह आयोजन को और भी भव्य और ऐतिहासिक बनाएगा। साथ ही, मंचन स्थल पर खान-पान और हस्तशिल्प से जुड़ी वस्तुओं के स्टॉल भी लगाए जाएंगे, जिससे यह आयोजन संस्कृति और परंपरा का उत्सव बनेगा।

कड़ी मेहनत और अनुशासन के साथ तैयार हो रही कलाकार महिलाएं
रामलीला मंचन को यादगार बनाने के लिए राम, लक्ष्मण, सीता और अन्य महत्वपूर्ण किरदार निभाने वाली महिलाएं और बालिकाएं बीते दो महीनों से कठिन प्रशिक्षण में जुटी हुई हैं। अनुशासित रिहर्सल के दौरान उन्होंने छंद, चौपाइयों और अभिनय के गुर सीखे हैं।

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लीला मंचन का संचालन
इस महिला रामलीला की निर्देशिका भगवती बिष्ट और सह-निर्देशिका हेमा हर्बाेला हैं, जो इस ऐतिहासिक मंचन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

इस विशेष आयोजन को लेकर हल्द्वानी महानगर के लोग बेहद उत्साहित हैं। पहली बार महिलाओं द्वारा रामलीला मंचन देखने का अवसर पूरे क्षेत्र के लिए एक अनोखा और गौरवपूर्ण क्षण होगा।

सम्मेलन में उपस्थित प्रमुख सदस्य
पत्रकार वार्ता में समिति उपाध्यक्ष यशोदा रावत, प्रचार सचिव कल्पना रावत, जानकी पोखरिया, मन्जू बनकोटी, निर्मला बहुगुणा, कुसुम बोरा, जया बिष्ट, अंजना बोरा, प्रेमा ब्रजवासी, तुलसी रावत, किरन बिष्ट और कमला रौतेला भी मौजूद थीं।

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