गर्मी से निजात दिलाते हैं यह…

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। गर्मियां आ गई हैं, सदियों से गर्मियां अपने निर्धारित समय पर आती रही हैं। भारत में खासकर उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत में गर्मियों का मतलब है खानपान से लेकर रहन-सहन, फैशन सबमें आमलूचूल बदलाव हो जाना। आजकल तो गर्मी से निपटने के लिए बहुत इंस्टैंट यानी तात्कालिक उपाय हैं, लेकिन कुश गृहिणियां गर्मी से निपटने के लिए सिर्फ तात्कालिक और बाजार में उपलब्ध उपायों पर ही निर्भर नहीं रहती, क्योंकि उन्हें पता है सिर्फ कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम या एसी भर से गर्मी को दूर नहीं किया जा सकता।
चंदन – गर्मी में पसीने के कारण शरीर से दुर्गंध का आना या हाथ पैरों में जलन का एहसास होना, त्वचा पर घमौरियां या सनबर्न होना, ये सब एक आम बात है। इसलिए गर्मियों में ठंडे पानी से नहाना चाहिए और इस पानी में चंदन का थोड़ा लेप मिला लेना चाहिए। चंदन गर्मी से मुकाबला करने के लिए बहुत उपयोगी चीज है। इसका कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है, मसलन जब लू चल रही हो, उन दिनों चंदन का शर्बत पीना र्सि गर्मी से निजात पाने का ही बढ़िया तरीका न हीं है, बल्कि इससे पेट की जलन और बेचैनी भी दूर आती है।
हरा पुदीना – हरा पुदीना गर्मी के हर मोर्चे का अच्छे से संभालता है। इसकी पत्तियां पीसकर चेहरे पर मलें। 15-20 मिनट उपरान्त चेहरे को स्वच्छ ठंडे जल से धो लें। चेहरे की त्वचा में ताजगी की बहार नजर आयेगी। पुदीने का शरबत पीने से पेट सावऊ रहता है। इससे शरीर में ठंडक का एहसास काफी देर तक बना रहता है। पुदीने की ताजा पत्तियां चूसने से होंठ नहीं सूखते और न ही बार – बार प्यास लगती है।
केवड़ा – गर्मियों में केवड़े की सुंगध खूब लुभाती है। इसे अपनी खुशबू बनाना है तो नहाते समय पानी में केवड़े की कुछ बूंदें डालें। इससे कई घंटों तक आपके शरीर से केवड़े की खुशबू रह-रहकर फूटेगी। केवड़े का भी ज्यादा फायदा लेने के लिए उसका शर्बत पीया जा सकता है। इससे पेट में ही नहीं आंखों में भी ठंडक रहती है।
लाल गुलाब – गर्मियों में दुर्गंधयुक्त पसीने आने पर गुलाब की पंखुड़ियों को पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें। इन्हें अधिक पसीने वाली जगह पर लगाएं। महकती प्राकृतिक ठंडक मिलेगी। स्नान के पानी में गुलाब जल या गुलाब के ताजा फूलों की पत्तियां डालकर स्नान करने से शरीर में गुलाब जैसी खुशबू महकती रहती है। लाल गुलाब की पंखुड़ियों से बना शरबत और गुलकंद भी इस प्रचंड मौसम में फायदेमंद होता है।
मेंहदी – गर्मियों में शरीर के लिए मेंहदी का इस्तेमाल फायदेमंद है। पैरों में पसीना आता है या जलन होती है, तब मेंहदी या हीना का पेस्ट लगाने से प्राकृतिक ठंडक मिलती है। मस्तिष्क में ठंडक मिलती है। मस्तिष्क में ठंडक लाने के लिए सिर के बालों पर मेंहदी का लेप करें। लेप सूखने के उपरान्त स्नान कर लें। मस्तिष्क की गर्मी निकल जाएगी।
तरबूज – प्रकृति का यह बड़ा फल ठंडी तासीर के गुणों से भरा है। बर्फ में ठंडा किया तरबूज खाने से पेट में ठंडकता बनी रहती है। तरबूज का शरबत वृद्ध व बच्चों के लिए फायदेमंद है। इसे पीने से लू आसानी से नहीं लगती।
आंवला – गर्मी से निपटने में आंवले की भी बड़ी भूमिका है। दरअसल आंवला ठंडी तासीर का फल है। गर्मियों में प्रचंड धूप में निकलने से पूर्व इसका शरबत या मुरब्बा लेने से लू नहीं लगती। यदि गर्मी के कारण चक्कर आने लगें, सिर दर्द होने लगे तो आंवला चूर्ण फांकना चाहिए। यह शरीर की गर्मी तुरंत दूर कर देता है।

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