बुद्ध पूर्णिमा पर लाखों की संख्या में श्रृद्धालुओं ने लगाई माँ गंगा में डुबकी, भजनों से गुंजायमान हुई धर्म नगरी

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समाचार सच, देहरादून/हरिद्वार। बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर श्रृद्धालुओं के भजनों से गुंजायमान हुई धर्म नगरी। लाखों की संख्या में भक्तजनो ने लगाई माँ गंगा में श्रृद्धा की डुबकी। धार्मिक शास्त्रों में बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है। स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 5.30 बजे से 7.30 बजे तक रहा। स्नान के बाद श्रृद्धालुओं ने फल, वस्त्र, छतरी, चांदी भी दान की। इस दान को सबसे अधिक फलदायी माना जाता है।

आज शुभ मुहूर्त शुरू होते ही श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। मान्यता है कि भगवान बुद्ध विष्णु के अवतार हैं। सनातन धर्म में बैशाख माह को श्री नारायण की भक्ति के लिए उत्तम मास माना गया है। इसके चलते श्रद्धालु पवित्र तीर्थ स्थलों में स्नान और दान कर पुण्य अर्जित करते हैं। वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है। पूर्णिमा जगत के पालनकर्ता श्री हरि विष्णु भगवान को समर्पित होती है। इसी दिन भगवान बुद्ध की जयंती और निर्वाण दिवस भी बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है।

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देहरादून मे मीडिया कर्मियों से वार्ता करते हुये डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया की वैशाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा यानी बुद्ध भगवान का जन्मोत्सव भारत के साथ-साथ विश्व भर में मनाया जाता है। बौद्ध धर्म से जुड़े लोग भगवान बुद्ध का जन्म दिवस बहुत उत्साह से मनाते हैं। मान्यता है कि इसी दिन बुद्ध भगवान का जन्म हुआ था और इसी दिन उन्हें ज्ञान की भी प्राप्ति हुई थी। महात्मा बुद्ध ज्ञान और अध्यात्म के सबसे बड़े अवतार हैं। महात्मा बुद्ध नारायण के अवतार थे, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। प्रेम, करुणा, सत्य, अहिंसा और विश्व शांति के महान प्रणेता भगवान बुद्ध की जयंती बुद्ध पूर्णिमा तथा वैशाख पूर्णिमा के शुभ अवसर पर आज लाखों की संख्या में श्रृद्धालुओं ने माँ गंगा में डुबकी भी लगाई हैं।

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बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व की सभी को बधाई देते हुये डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने कहा की अहिंसा, प्रेम एवं करुणा से परिपूर्ण भगवान बुद्ध का जीवन सभी को सदैव प्रेरित करता रहेगा। महात्मा बुद्ध ने विश्व को अहिंसा, शान्ति, भाईचारे और प्रेम का संदेश दिया। अहिंसा व करुणा की प्रतिमूर्ति भगवान बुध के प्रकटोत्सव बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है।

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