
समाचार सच, पिथौरागढ़। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने जिले के बांसबगड तथा धारचूला की जनता को आज होली के तोहफे दिए। उन्होंने दोनों स्थानों में 10 लाख रुपए की लागत से पुस्तकालय,स्ट्डी एवं शोध केंद्र बनाने के जिला पंचायत बोर्ड से धनराशि स्वीकृत करा दी है। प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए यह एक नया प्लेटफॉर्म बनेगा।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने अपनी पूर्ववर्ती घोषणा के मुताबिक जिला पंचायत बोर्ड से राजकीय इंटर कालेज बांसबगड तथा राजकीय बालिका इंटर कालेज धारचूला के परिसर में पुस्तकालय, स्ट्डी एवं शोध केंद्र के लिए 5-5 लाख रुपए जारी करवा दिया है। जिला पंचायत पिथौरागढ़ ने इसके लिए निविदाएं भी आंमत्रित कर दी है। एक माह के भीतर दोनों स्थानों पर यह नवाचार नजर आने लगेगा। इससे पूर्व जिपंस जगत मर्तोलिया ने अपने जिला पंचायत वार्ड सरमोली के अंतर्गत राजकीय बालिका इंटर कालेज नमजला तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय तिकसैन के परिसर में इस तरह के सेंटर खोलने के लिए 9 लाख रुपए स्वीकृत कराएं थे। (क्रमशः नीचे पढ़िए)
नमजला में पुस्तकालय के लिए समस्त सामग्री पहुंच चुकी है। केवल उद्घाटन की औपचारिकता बची है। तिकसैन पाइप लाइन में है। उन्होंने बताया कि समुदाय के सहयोग से चलने वाला यह सेंटर उत्तराखंड ही नहीं देश में पहला अभिनव प्रयोग है। इस सेंटर में प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारियां कर रहे युवाओं के लिए वर्ष भर स्व अध्ययन के लिए पुस्तकें उपलब्ध रहेगी। हर माह मौक टेस्ट होगा। फिजिकल प्रतियोगिता के लिए पुलिस, भारतीय सेना, पैरा मिलिट्री के कैंप भी लगेंगे। सेंटर का वार्षिक कैलेंडर भी बनेगा। सेंटर में हर माह कैरियर गाइडेंस के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा तथा प्रादेशिक सेवा के अलावा अन्य सेवा के अधिकारियों को आंमत्रित किया जाएगा। (क्रमशः नीचे पढ़िए)
प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारियां कर रहे युवाओं को डेरी, मत्स्य, हस्तशिल्प, जैविक खेती, उद्यान, मधुमक्खी पालन सहित स्वरोजगार के विषय विशेषज्ञ तथा सफ़ल उद्यमियों को बुलाकर इसकी भी शिक्षा दी जाएगी।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने बताया कि शिक्षा विभाग तथा जिला प्रशासन को इस नवाचार में सहयोगी बनाया गया है। इसके लिए जिला अधिकारी रीना जोशी ने शिक्षा विभाग को सहयोग के लिए पत्र जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि समुदाय के सहयोग से संचालित इस सेंटर के लिए शीघ्र चारों स्थानों में बैठक आयोजित की जाएगी। (क्रमशः नीचे पढ़िए)
खड्ंजा संस्कृति को बदल रहे है मर्तोलिया
पिथौरागढ़। जिपंस जगत मर्तोलिया उत्तराखंड ही नहीं देश के पहले सदस्य होंगे जो अपने अधिकार क्षेत्र की निधि को अपने निर्वाचन क्षेत्र से बाहर ख़र्च कर रहे है।
मर्तोलिया ने कहा कि उन्हें पता है कि उनकी आलोचना भी होगी, लेकिन वे खंड्जा संस्कृति से बाहर निकल कर रोज़ नवाचार का संदेश देने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र से बाहर निकल रहे है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में वे जिला पंचायत बोर्ड को प्रस्ताव देकर इस तरह के सेंटर स्थापित करते रहेंगे। उनका मकसद है कि इस नवाचार से उत्तराखंड में नयी लकीरें खींचंती रहे। जिसमें समुदाय की भी अहम भूमिका हो।
Libraries will be built in Bansbagd and Dharchula at a cost of Rs 10 lakh, Zipans Jagat Martolia gave a gift on Holi






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