-शराब कारोबारियों ने किया अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान
-उत्तराखण्ड में सरकार द्वारा नई शराब नीति लागू करने से शराब कारोबारी खफा
समाचार सच, हल्द्वानी। लॉक डाउन के बीच अपनी मांगों को लेकर अब शराब कारोबारी लाल हो गए हैं। वह शराब नीति के सरलीकरण व अधिभार में कटौती की मांग कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने जहां आबकारी अधिकारियों को ज्ञापन भेजा है। वहीं 15 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है।


सरकार द्वारा नई शराब नीति लागू करने से शराब कारोबारी खफा हैं। वह इस नीति के विरोध में उतर आये हैं और शराब नीति को सरलीकरण करने के साथ ही अधिभार में 50 प्रतिशत की कटौती की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर कुमाऊं मंडल के शराब कारोबारी गुरूवार को यहां एक निजी रेस्तरां में एकत्रित हुए। जहां उन्होंने आंदोलन की रणनीति बनाई। साथ ही शराब कारोबारियों ने संयुक्त आबकारी आयुक्त कुमाऊं को मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमें गया गया है कि शराब की दुकानों के लाइसेंस शुल्क में 50 फीसदी की कटौती करने के साथ ही 31 मार्च 2021 तक शराब की वास्तविक बिक्री के आधार पर ही अधिभार वसूल किया जाए।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि 2020-21 के आधार पर ही 2021-22 के लिए शराब की दुकानों के नवीनीकरण की प्रक्रिया बनाई जाय और शराब की भांति ही बीयर का भी अधिभार 25 प्रतिशत निर्धारित किया जाय। शराब कारोबारियों ने लॉकडाउन को देखते हुए मार्च, अप्रैल और मई का शराब टैक्स माफ करने की मांग भी उठाई है। बैठक में निर्णय लिया गया कि सरकार जल्द उनकी उक्त मांगों पर विचार करते हुए उसे लागू करे। ऐसा नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। जिसके क्रम में शुक्रवार 15 मई से शराब कारोबारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने का ऐलान कर दिया है। कहा कि मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। शराब कारोबारियों के इस ऐलान के बाद अब शुक्रवार से शराब के ठेके बंद हो जाएंगे।

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