इन खाद्य पदार्थों से खून को करें पतला

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समाचार सच. स्वास्थ्य डेस्क। कुछ ऐसेपदार्थ भी हैं जो खून को पतला करने और रक्त्प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। खून को गाढ़ा बनाने में रेड ब्लड सेल काउंट की सबसे प्रमुख भूमिका होती है, साथ ही ब्लड फैट, जैसे बैड कोलेस्ट्रॉल भी रक्त के गाढ़ेपन को प्रभावित करते है। आपके रक्त में जितना अधिक बैड कोलेस्ट्रॉल होगा, आपका खून उतना ही ज्यादा गाढ़ा होगा। इसके अलावा दूसरी चीजें, जैसे – शरीर में सूजन, धूम्रपान, डायबिटीज, खाने-पीने की आदतें और जेनेटिक कारणों से रक्त गाढ़ा या पतला होता है।
पतला रक्त ज्यादा फायदेमंद क्यों होता है ? बहुत से शोधों से यह सिद्ध होता है कि खून पतला होने पर शरीर में रक्त का संचार सही होता है और नाड़ी संबंधी रोग व ब्लड क्लॉट होने का खतरा कम होता है। खून जितना गाढ़ा और चिपचिपा होता है, हमारे हृदय को इसे शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंचाने में उतनी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में किसी तरह का ब्लॉकेज या अवरोध होने पर ब्लडप्रेशर बढ़ जाता है, जिसके कारण स्ट्रोक, हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
पतले खून के नुकसान: खून पतला होने पर भले ही रक्त प्रवाह संबंधी समस्याएं नहीं होतीं, लेकिन खून के ज्यादा पतला होने पर दूसरी तरह की समस्याएं होती हैं, जैसे-रक्त का गाढ़ापन बढ़ाने वाले प्लेटलेट्स की कमी होने पर चोट या घाव लगने पर रक्त निकलने की स्थिति में रक्त के प्रवाह को रोकना मुश्किल हो जाता है, जिससे शरीर से ज्यादा खून निकलता है। करें इन खाद्य पदार्थों में सेवन: अलग-अलग कारणों, जैसे-आनुवांशिकता व स्वास्थ्य के अनुसार आपका खून पतला हो सकता है। हो सकता है। अतः अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें। ऐसे बहुत से खाद्य पदार्थ हैं, जो नैचुरली रक्त का पतला करते हैं।
साल्मन फिश: साल्मन, टयूना, मैकेरेल और ट्राउट मछली जैसे अमोगा 3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ कोलेस्ट्रॉल कम करने के साथ-साथ ब्लड क्लॉटिंग की आशंका को भी कम करते हैं।
रेड वाइन: बहुत से अध्ययनों से यह सिद्ध हुआ है कि दिन में एक ग्लास रेड वाइन का सेवन करने से खून पतला होता है, जिससे हृदय संबंधी बीमारियां और धमनियांे के अवरोधित होने का खतरा कम होता है।
दालचीनी – दालचीनी में खून को पतला करने का गुण है। यह ब्लडप्रेशर को कम करने के साथ-साथ सूजन व जलन से आराम दिलाने में मदद करती है। लेकिन ध्यान रखें, बहुत दिनों तक अधिक मात्रा में दालचीनी का सेवन करने से लिवर के क्षतिग्रस्त होने का खतरा होता है।
हल्दी: हल्दी में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं। बहुत से अध्ययनों से यह सिद्ध हुआ है कि हल्दी रक्त में थक्का बनने से रोकता है।
बादाम: बादाम विटामिन ई काबेहतरीन स्रोत है। विटामिन ई में खून में थक्का अवरोधी गुण पाए जाते हैं और ये ब्लड थिनर के रूप में काम करते हैं।
अदरक: अदरक में सैलिसिलेट नामक तत्व पाया जाता है, जो कई पौधों में पाया जाता है। एसिटाइल सैलिसिलिक एसिड, सैलिसिलेट से उत्पन्न होता है जिसे एस्पिरिन भी कहा जाता है। एवोकाडो, बेरी, चेरी जैसे कुछ पदार्थों में भी सैलिसिलेट होता है, जो खून को पतला करने में मदद करते हैं।
लहसुन: लहसुन में कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल को नष्ट करने में मदद करते हैं। लहसुन ब्लडप्रेशन को सामान्य रखकर खून को पतला करने में मदद करता है, िजससे रक्त का प्रवाह बेहतर होता है।
अनन्नास: इस फल में एंजाइम ब्रोमेलाइन होता है, जो यूरिक एसिड क्रिस्टल्स को बनने से रोकता है, जिससे किडनी स्टोन होने का खतरा कम होता है। यह एंजाइम प्राकृतिक तरीके से रक्त को पतला करने में मदद करता है। (साभार: आरोग्य संजीवनी)

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