Changrei

दवा से कम नहीं ये खट्टी-मीठी घास, आयुर्वेद डॉ. ने माना दस्त, उल्टी-बुखार से तुरंत देगी राहत

खबर शेयर करें

समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। दस्त या डायरिया एक आम बीमारी है, जो दूषित खान-पान से होती है। अक्सर लोग इसे हल्के में लेते हैं लेकिन आपको बता दें कि यह रोग शरीर में पानी की कमी, मतली, उल्टी, दर्द, वजन कम होना, कमजोरी और थकान जैसे गंभीर लक्षणों को जन्म दे सकता है और कई मामलों में यह रोग मौत का कारण बन सकता है।

आमतौर पर दस्त की समस्या कुछ दिनों तक रहती है लेकिन अगर यह हफ्तेभर से ज्यादा है, तो यह पेट के गंभीर रोग इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, सीलिएक रोग या इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का संकेत हो सकता है। दस्त के लक्षण क्या हैं? दस्त होने पर आपको पानी वाला मल आना और उसके साथ पेट में ऐंठन या दर्द, सूजन, जी मिचलाना, उल्टी, बुखार, मल में खून और मल में बलगम आना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।

AnilJewellers
BasantArya
AshuJewellers
AlShifaMedicine
ChamanSonsJewellers
ChandraLakshmiJewellers
BholaJewellers
ChotuMurtiKalaKendra
DurgaAbhushan
ChandrikaJewellers

दस्त का इलाज क्या है? अगर आपका दस्त बिना किसी सुधार के दो दिनों से अधिक समय तक बना रहता है, आप डिहाइड्रेशन महसूस कर रहे हैं, पेट या मलाशय में तेज दर्द होता है, मल काला या खुनी है या फिर आपको 102 से ऊपर बुखार है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। हालांकि आप कुछ घरेलू नुस्खों के जरिए भी दस्त में आराम पा सकते हैं। इसके लिए एक चंगेरी की घास एक जबरदस्त उपाय है।

GurukripaRatnKendra
GandhiJewellers
JaiSainJewellers
KumaunAbhushan
MangalamAbhusha
NelkanthJewellers
JankiTripathi
GayatriJewellers
OmkarJewellers
OPNutritionsHub
यह भी पढ़ें -   भाजपा ने कांग्रेस के आंदोलन को न्यायालय के निर्णय का अपमान बताया: भट्ट

चंगेरी क्या है?
चंगेरी एक छोटे-छोटे पत्तों वाली घास है जिसे अंग्रेजी में व्Ûंसपे बवतदपबनसंजं कहा जाता है। इस पर पीले रंग के फूल आते हैं और इसका फल खट्टा होता है। यह घास आपको आपके आसपास कहीं भी पार्क या मैदान में नजर आ सकती है। बच्चे इसे खाना पसंद करते हैं। यह घास डायरिया के इलाज में सहायक हो सकती है।

पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक
आयुर्वेद डॉक्टर ऐश्वर्या संतोष के अनुसार, आयुर्वेद के अनुसार चंगेरी घास में दीपाना ग्राही गुण होते हैं जिसका मतलब है कि इस घास में पाचन में सुधार करती है और फूड को अवशोषित करती है। यही वजह है कि इसके सेवन से पाचन तंत्र को मजबूत और स्वस्थ बनाने में मदद मिलती है।
डायरिया का बढ़िया इलाज है चंगेरी

यह भी पढ़ें -   देवर पर गाली गलौच व मारपीट का लगाया आरोप

पचाना आसान
इस हरी घास में लघु और रूक्ष जैसे गुण भी होते हैं। इसका मतलब यह है कि इसे पचाना आसान है। डॉक्टर के अनुसार, इसके सेवन से पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाने में मदद मिल सकती है।


डायरिया का बढ़िया इलाज

डॉक्टर के अनुसार चंगेरी घास में कई अन्य ऐसे गुण होते हैं, जो डायरिया और आईबीएस जैसे पेट के रोगों को ठीक करने की क्षमता रखते हैं। अगर आप दस्त जैसी समस्या से परेशान हैं, तो आपको इसका इस्तेमाल करना चाहिए।

कैसे करें चंगेरी का इस्तेमाल
इसके लिए आपको 2 कप छाछ, कुछ चंगेरी के पत्ते, एक चुटकी कला नमक, एक चुटकी हल्दी, एक चौथाई सरसों के बीज, एक चम्मच तेल चाहिए। तेल गर्म करके सरसों के बीजों को भून लें। इसमें सभी चीजें डाल दें। बाद में छाछ डालकर उबाल दें। इसे गर्म ही पिएं। (साभार)

ParvatiKirola
PriyaJewellers
PremJewellers
RadhikaJewellers
RaunakFastFood
ShantiJewellers
SidhhartJewellers
SwastikAutoDeals
SitaramGarments

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -

👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें

हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *