समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही नए मास का आरंभ हो जाता है। ऐसे ही 16 अगस्त को अधिक मास भी समाप्त हो रहा है। इसके साथ ही इस दिन अमावस्या तिथि भी है। हिंदू पंचांग के अनुसार, अधिक मास की अमावस्या तिथि 16 अगस्त 2023 को पड़ रही है। इस दिन काफी शुभ योग बन रहा है। इस दिन स्नान दान के साथ पितरों का श्राद्ध, तर्पण करना लाभकारी माना जाता है। जानिए अधिक मास की अमावस्या तिथि को कौन से काम करना होगा शुभ।
अधिक मास की अमावस्या पर करें ये का-
करें गंगा स्नान
अधिक मास की अमावस्या तिथि को गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है। अगर इस दिन गंगा स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं, तो स्नान वाले पानी में थोड़ा सा गंगाजल डाल लें। इससे नहाने से गंगा स्नान के बराबर फल की प्राप्ति होती है।
गणेश जी के मंत्र का करें जाप
अधिक मास की अमावस्या तिथि को गणपति की की विधिवत पूजा करने के दूर्वा चढ़ाएं और भोग में लड्डू खिलाएं। इसके साथ ही विधिवत पूजा करने के साथ ‘ऊँ गं गणपतयै नमः’ मंत्र का जप करें।
करें शिव जी की पूजा
अधिक मास की अमावस्या तिथि को शिवलिंग का जल अर्पित करें। इसके साथ ही बेलपत्र, धतूरा, आक के फूल, जनेऊ, गुलाब, कनेर आदि चढ़ाएं। सफेद चंदन का त्रिपुंड लगाएं। इसके बाद घी का दीपक, धूप जलाकर ‘ऊँ नमरूशिवाय’ मंत्र का जप करें।
पितरों का करें श्राद्ध
अधि मास की अमावस्या तिथि को पितरों का श्राद्ध, तर्पण करना लाभकारी माना जाता है। इसलिए इस दिन अपने पितरों का ध्यान करते हुए हाथों में चावल और काले तिल लेकर श्राद्ध का संकल्प लें। इसके साथ ही ब्राह्मणों को भोजन कराएं। इसके साथ ही कौवा, गाय, कुत्ता को भी भोजन कराएं।?
करें इनका पाठ
अधिक मास की अमावस्या तिथि को विष्णु पुराण, शिव पुराण, रामायण किसी भी ग्रंथ का पाठ करें।
करें इन चीजों का दान
अधिक मास के आखिरी दिन यानी अमावस्या तिथि के दिन दान देने का विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन अनाज, वस्त्र के अलावा जूते-चप्पल का दान अवश्य करें।


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