कैल्शियम, पोटेशियम, फाइबर जैसे पोषक तत्व भी मौजूद है नीबू में

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। नींबू खासतौर पर अपने खट्टे रस के लिए उपयोग में लाया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण मौजूद हैं। यह विटामिन-सी से भरपूर होता है। इसके साथ ही इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, फाइबर जैसे पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। इसके अलावा, यह एंटी-कैंसर, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भी समृद्ध है। वहीं, यह रक्त को साफ करने और अस्थमा की स्थिति में भी उपयोगी हो सकता है। इन्हीं के बारे में हम आगे विस्तार से जानेंगे। आइए, जानते है नींबू खाने से क्या होता है।
नींबू के फायदे –
वजन कम करने के लिए नींबू के फायदे

एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, नींबू में मौजूद पॉलीफेनॉल्स बढ़ते मोटापे को नियंत्रित कर सकते हैं। शरीर में अतिरिक्त फैट के जमने से रोकने के लिए ये पॉलीफेनॉल्स कारगर माने गए हैं। इसी विषय पर किए गए एक अन्य अध्ययन के अनुसार डिटॉक्स ड्रिंक के रूप में नींबू शरीर से फैट को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, नींबू के रस का सेवन गुनगुने पानी के साथ करना और उपयोगी हो सकता है। दरअसल, नींबू के रस का सेवन अगर गुनगुने पानी के साथ किया जाए, तो यह पाचन को बढ़ावा देता है और चयापचय दर में सुधार कर वजन कम करने में सहायक हो सकता है।
इसके अलावा, नींबू को विटामिन-सी का भी अच्छा स्रोत माना गया है और वजन घटाने के लिए विटामिन-सी सबसे खास तत्व माना जाता है। इतना ही नहीं, वजन घटाने के लिए कई लोग नींबू पानी में शहद का सेवन भी करते हैं, जो वजन घटाने के लिए एक सुरक्षित घरेलू उपाय हो सकता है। हालांकि, इसके साथ डाइट और व्यायाम पर ध्यान देना भी आवश्यक है।
नींबू को डिटॉक्स ड्रिंक के रूप मे सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। दरअसल, नींबू का रस शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करने के साथ-साथ शरीर को हाइड्रेट भी कर सकता है।
कैंसर के लिए नींबू
इसमें कोई शक नहीं कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है और इसका एक मात्र उपाय डॉक्टरी इलाज ही है। हालांकि, जीवनशैली और खानपान की आदतों में बदलाव कर इसके जोखिम को कम जरूर किया जा सकता है। खासतौर पर अगर सिट्रस फल जैसे दृ संतरे और नींबू की बात की जाए, तो इनके सेवन से कैंसर से बचाव हो सकता है। इसके अलावा, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार नींबू जैसे सिट्रस फलों का सेवन करने से अग्नाशय के कैंसर से बचा जा सकता है। वहीं, एक अन्य अध्ययन के अनुसार, नींबू में मौजूद फ्लेवोनोइड्स एंटीकैंसर के रूप में काम कर सकते हैं। साथ ही सिट्रस फलों में एंटी-ट्यूमर और केमोप्रीवेंटिव गुण भी मौजूद है।
फीवर के लिए नींबू
बुखार होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण प्रमुख हैं। ऐसे में यहां नींबू का सेवन मददगार हो सकता है। कई लोग बुखार के लिए घरेलू उपाय के तौर पर भी नींबू का उपयोग करते हैं। अगर बात करें नींबू के गुण की, तो यह विटामिन-सी से समृद्ध होता है और इससे बैक्टीरिया व वायरस के कारण होने वाले संक्रमण से बचाव करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, इस बारे में सटीक वैज्ञानिक शोध की कमी है, लेकिन जैसा कि इसमें विटामिन-सी है, तो रोग-प्रतिरोधक क्षमता में सुधार और बुखार से बचाव के लिए घरेलू उपाय के तौर पर नींबू का सेवन लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा, सामान्य गले की खराश के लिए भी नींबू का उपयोग किया जा सकता है।
हृदय के लिए नींबू
नींबू का रस हृदय को स्वस्थ रखने में भी अहम भूमिका निभा सकता है। जैसा कि हमने बताया कि नींबू विटामिन-सी बड़ा स्रोत है और विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं। कई बार ब्लड प्रेशर की समस्या भी हृदय रोग का कारण बन सकती है। ऐसे में कुछ वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि विटामिन-सी रक्तचाप को नियंत्रित करने का काम भी करता है, जो हृदय के लिए लाभकारी हो सकता है। वहीं, नींबू जैसे सिट्रिक फल फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होते हैं, जो एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों में प्लाक जमना) के उपचार में मदद कर सकते हैं। सिट्रस फ्लेवोनोइड्स की क्षमता की बात की जाए, तो यह ऑक्सीडेटिव तनाव, हाइपरलिपिडेमिया, सूजन को कम करने, धमनी रक्तचाप और लिपिड चयापचय में सुधार का काम कर सकता है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिए दैनिक जीवन में नींबू को शामिल किया जा सकता है।
किडनी स्टोन के लिए नींबू
जिन्हें किडनी स्टोन की शिकायत है, वो अपनी डाइट में नींबू को शामिल कर सकते हैं। दरअसल, नींबू में मौजूद सिट्रेट गुण पथरी को बनने से रोक सकता है। भले ही इसका नेचर एसिडिक हो, लेकिन शरीर में जाकर यह एल्कलाइन प्रभाव देता है और किडनी के लिए क्लींजर की तरह काम कर सकता है। ऐसे में भरपूर मात्रा में पानी के साथ-साथ नींबू पानी का सेवन भी लाभकारी हो सकता है। फिर भी बेहतर यही है कि इस बारे में डॉक्टरी सलाह जरूर ली जाए।
एनीमिया से बचाव के लिए नींबू
अगर शरीर को सही मात्रा में आयरन न मिले, तो खून की कमी यानी एनीमिया का जोखिम हो सकता है। ऐसे में एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित स्टडी के अनुसार, अगर आयरन युक्त खाद्य पदार्थों के साथ विटामिन-सी युक्त आहार का सेवन किया जाए, तो शरीर में आयरन के सही अवशोषण में मदद मिल सकती है। इस स्थिति में आयरन युक्त आहार के साथ नींबू, जो कि एक विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ है लाभकारी हो सकता है और खून की कमी के जोखिम से बचाव कर सकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता
अगर व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून पावर सही हो, तो व्यक्ति का शरीर बीमारियों के जोखिम से बच सकता है। ऐसे में विटामिन-सी रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने में काफी सहायक हो सकता है। विटामिन-सी कई तरह की शारीरिक समस्याओं से शरीर का बचाव कर सकता है। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने, खुद को बीमारी से बचाव करने के लिए घरलू उपाय के तौर नींबू को आहार में शामिल किया जा सकता है।
लिवर के लिए नींबू रस के फायदे
नींबू या नींबू रस के फायदे की बात की जाए, तो यह लिवर के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में, अल्कोहल से प्रभावित लीवर पर नींबू की सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया देखी गई है। इसका कारण नींबू में मौजूद हेपटॉपरटेक्टिव गुण को माना जा सकता है। इसके अलावा, एक अन्य शोध के अनुसार, बिना चीनी का फर्मेन्टेड नींबू जूस लिवर की सूजन और चोट में सुधार करने में सहायक हो सकता है। दरअसल, ये शोध जानवरों पर किए गए हैं, ऐसे में इंसानों पर इसका कितना असर होगा, इस बारे में अभी और शोध की जरूरत है। हालांकि, लिवर को स्वस्थ रखने के लिए नींबू के जूस का सेवन किया जा सकता है।
श्वसन स्वास्थ्य के लिए नींबू
श्वसन समस्या की बात करें, श्वसन तंत्र के संक्रमण से कई तरह की समस्याएं जैसे – दमा, खांसी, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया या अन्य फेफड़ों से संबंधित परेशानियां हो सकती है। ऐसे में शोध के अनुसार विटामिन-सी श्वसन तंत्र के संक्रमण से बचाव में सहायक हो सकता है। विटामिन-सी युक्त नींबू का सेवन सूजन और संक्रमण से भी लड़ने में सहायक हो सकता है। इतना ही नहीं, नींबू का जूस और शहद मिलाकर घरेलू कफ सिरप भी तैयार कर सेवन किया जा सकता है। इतना ही नहीं, विटामिन-सी पूरक और चिकित्सीय खुराक का कॉम्बिनेशन सीने में दर्द, बुखार और ठंड लगने की समस्या से भी राहत दिला सकता है।
ब्लड प्रेशर के लिए नींबू
नींबू में मौजूद विटामिन-सी ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने का काम काम कर सकता है। इसके अलावा, इसी विषय में किए गए शोध में यह भी पाया गया है कि नींबू का सेवन और नियमित वॉक करने से रक्तचाप का स्तर कम हो सकता है। हालांकि, अगर कोई ब्लड प्रेशर की दवाइयों का सेवन कर रहा है, तो नींबू का उपयोग करने से पहले, एक बार डॉक्टरी सलाह भी जरूर लें।
मुंहासों के लिए नींबू
नींबू सिर्फ स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि त्वचा के लिए भी लाभकारी हो सकता है। मुंहासों से प्रभावित त्वचा पर नींबू का जूस या नींबू का तेल लगाया जा सकता है। हल्के-फुल्के मुंहासो के लिए इसे एक प्रभावकारी घरेलू नुस्खे की तरह उपयोग किया जा सकता है।
स्ट्रेच मार्क्स
शरीर के वजन और आकार में बदलाव के कारण नजर आने वाले स्ट्रेच मार्क्स कई लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। ऐसे में विटामिन-सी स्ट्रेच मार्क्स की समस्या को कम कर सकता है। एक स्टडी के अनुसार विटामिन-सी त्वचा में कोलेजन को बढ़ाकर स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में सहायक हो सकता है। ऐसे में स्ट्रेच मार्क्स की परेशानी को कम करने के लिए नींबू का सहारा ले सकते हैं। हालांकि, स्ट्रेच मार्क्स के दाग को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन उपाय करने से दाग हल्के हो सकते हैं। इसके अलावा नींबू एक घरेलू उपाय के तौर पर है, इसे लेकर शोध का अभाव है, इसलिए नींबू का असर यह दाग की स्थिति पर भी निर्भर करता है।
झुर्रियों के लिए
झुर्रियों को कम करने के लिए नींबू कारगर हो सकता है। नींबू में मौजूद विटामिन-सी की यहां सुरक्षात्मक भूमिका देखी जा सकती है। विटामिन-सी एक कारगर एंटीऑक्सीडेंट है और झुर्रियों को हटाकर एजिंग के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एंटी-एजिंग गुण इसका कारण हो सकता है। इसके अलावा, विटामिन-सी कोलेजन को बढ़ा सकता है और सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से त्वचा की रक्षा भी कर सकता है। ऐसे में नींबू का उपयोग किया जा सकता है। वहीं, एक अन्य शोध में यह बात भी सामने आई है कि सिट्रस फलों के जूस के सेवन से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाली प्रीमैच्योर स्किन एजिंग से बचाव हो सकता है। तो, नींबू का रस लगाना और इसका सेवन करना दोनों मामलों में यह लाभकारी हो सकता है।
बालों के लिए नींबू
बालों की बात करें, तो डैंड्रफ की समस्या काफी आम है। डैंड्रफ लगभग 50 प्रतिशत आबादी को प्रभावित करती है। ऐसे में बालों में नींबू का रस लगाने के फायदे में नींबू का रस डैंड्रफ कम करने के लिए एक आसान घरेलू उपाय हो सकता है। नींबू स्कैल्प और बालों को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है। अब सवाल यह उठता है कि बालों में नींबू कैसे लगाएं, तो हम बता दें कि एक कटोरी में निम्बू का रस निकालें और रूई की मदद से लगाएं।

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