पीएम ने रखी शुभ मुहूर्त में राम मंदिर की आधारशिला, मोदी बोले – आज पूरी दुनिया में सियाराम की गूंज

खबर शेयर करें

मेरा आना स्वाभाविक था, क्योंकि राम काज किन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम: प्रधानमंत्री मोदी

समाचार सच, अयोध्या/उत्तर प्रदेश (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में 12 बजकर 44 मिनट 8 सेकंड पर शुभ मुहूर्त में राम मंदिर की नींव रखी। इससे पहले चांदी की 9 शिलाओं का पूजन किया गया। अयोध्या पहुंचकर सबसे पहले उन्होंने हनुमानगढ़ी जाकर दर्शन किए और आरती उतारी। मंदिर के मुख्य पुजारी जीपी महाराज ने उन्हें चांदी की मुकुट और वस्त्र भेंट किए। इसके बाद, मोदी ने रामलला के दर्शन किए। वे रामलला के दर्शन करने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं। उन्होंने रामलला मंदिर में और मंच पर साष्टांग प्रणाम किया। इस दौरान पूरी अयोध्या राममय हो गई है। शहर में उत्सव जैसा माहौल है। शहर में जगह-जगह राम के गीतों के साथ चरणामृत बांटा जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूजा के बाद स्टेज कार्यक्रम के दौरान संबोधन भी दिया। सियावर राम चंद्र की जय के नारे के उद्घोष के साथ उन्होंने शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में आज सियाराम की गूंज सुनाई दे रही है। मोदी ने कहा कि आज पूरा भारत भावुक है सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है। करोड़ों लोगों को आज ये विश्वास ही नहीं हो रहा होगा कि वो अपने जीते-जी इस पावन दिन को देख पा रहे हैं। बरसों से टाट और टेंट के नीचे रह रहे हमारे रामलला के लिए अब एक भव्य मंदिर का निर्माण होगा।
उनके मुताबिक, राम मंदिर के लिए चले आंदोलन में अर्पण भी था तर्पण भी था, संघर्ष भी था, संकल्प भी था। जिनके त्याग, बलिदान और संघर्ष से आज ये स्वप्न साकार हो रहा है, जिनकी तपस्या राममंदिर में नींव की तरह जुड़ी हुई है, मैं उन सब लोगों को आज नमन करता हूँ, उनका वंदन करता हूं।

यह भी पढ़ें -   प्रान्तीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल का यमुना घाटी और उत्तरकाशी का संपर्क अभियान संपन्न

पीएम ने कहा कि “श्रीराम का मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा, हमारी शाश्वत आस्था का प्रतीक बनेगा, हमारी राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा और ये मंदिर करोड़ों-करोड़ लोगों की सामूहिक संकल्प शक्ति का भी प्रतीक बनेगा।” उनका कहना था कि राम हमारे मन में गढ़े हुए हैं, हमारे भीतर घुल-मिल गए हैं। आप भगवान राम की अद्भूत शक्ति देखिए, इमारतें नष्ट हो गईं। क्या कुछ नहीं हुआ, अस्तित्व मिटाने का हर प्रयास हुआ। लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हैं, हमारी संस्कृति के आधार हैं।
पीएम मोदी से पहले यूपी योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री और आरएसएस चीफ मोहन भागवत समेत कुछ और लोगों ने संबोधन किया।
बता दें कि मोदी करीब 29 साल बाद अयोध्या आज पहुंचे, जहां सीएम योगी ने उनकी अगवानी की। पीएम जैसे ही चॉपर से उतरे, उन्होंने मास्क पहना। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दूर से सीएम का हाथ जोड़ते हुए अभिवादन स्वीकार किया। पीएम का काफिला इसके बाद हनुमानगढ़ी के लिए रवाना हुआ। वहां पीएम ने करीब 10 मिनट तक पूजा की। फिर वह राम लला के दर्शन करने पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान को दंडवत प्रणाम किया। बाद में उन्होंने जन्मभूमि परिसर में परिजात नाम का पौधा भी लगाया। पीएम इसके बाद ही भूमि पूजन कार्यक्रम में शरीक हुए थे, जहां उन्होंने चांदी के फावड़े और कन्नी से राम मंदिर की नींव रखी।
भूमि पूजन के लिये 2000 पवित्र जगहों से लाई गई मिट्टी और 100 से ज्यादा नदियों से लाया गया पानी रखा गया था। 1989 में दुनियाभर से 2 लाख 75 हजार ईंटें जन्मभूमि भेजी गई थीं। इनमें से 9 ईंटों यानी शिलाओं को पूजन में रखा गया। पूजन के बाद मोदी को संकल्प दिलाया गया। पूजन सामग्री में बकुल की लकड़ी से बना पात्र था, जिसे शंकु कहते हैं। इस लंबे से पात्र में सोना-चांदी समेत नौ रत्न भरे गए। भूमि पूजन के लिए जमीन में जो गड्ढा किया गया, उसके मूल में इसी बकुल के शंकु को रखा गया। यह पूजन विधि कांचीपुरम पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी महाराज ने बताई थी। इसी के साथ नाग-नागिन का जोड़ा, चांदी की ईंट और पावन जल रखा गया। 32 सेकंड के मुहूर्त में प्रधानमंत्री से पूर्णाहुति करवाई गई, जो ‘करिष्यामि’ कहने के साथ पूरी हुई। पूजन विधि 40 मिनट चली।

Ad Ad Ad Ad Ad

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -

👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें

हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440