ग्रामीण व्यापार मण्डल ने थानाध्यक्ष से मिल की शिकायत, ई-रिक्शा चालकों की अराजकता पर लगाये रोक

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समाचार सच, हल्द्वानी। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ग्रामीण इकाई मुखानी-कुसुमखेड़ा के पदाधिकारियों का प्रतिनिधि मण्डल मंगलवार को क्षेत्र के थानाध्यक्ष सुशील कुमार से मिला और ई-रिक्शा चालकों की अराजकता रोक लगाये जाने की मांग की।

इस मौके पर प्रतिनिधि मण्डल का कहना था कि ई-रिक्शा चालक जहां एक ओर सवारी बैठाने के नाम पर बीच सड़क पर ही अपना वाहन रोक देते है, जिस कारण दुघर्टना की संभावना बनी रहती है। कई बार तो उनके द्वारा अचानक वाहन रोकने से पीछा वाला वाहन अक्सर टकरा जाते हैं। बीते दिनों इसी बात को लेकर जब एक व्यापारी ने इनको समझाने का प्रयास किया तो ई-रिक्शा चालक ने उक्त व्यापारी के खिलाफ अकारण मुकदमा दर्ज करवा दिया। उनका कहना था कि नियम के तहत 200 मीटर की परिधि तक तिपहिया वाहनों को खड़े करने पर पूर्ण प्रतिबंध है, जबकि चौराहे पर मुख्य मार्ग में ही ऑटो व ई-रिक्शा खड़े हो रहे हैं। लेकिन इन पर अंकुश लगाने की जहमत कोई नहीं उठाई जा रही है।

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प्रतिनिधि मण्डल ने एसओ से ई-रिक्शा चालकों की मनमानी पर शीघ्र अंकुश लगाने की मांग की है। अन्यथा व्यापारी समाज आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
प्रतिनिधि मण्डल में मुख्य रूप से ग्रामीण इकाई अध्यक्ष मनीष कुमार अग्रवाल, महामंत्री प्रताप जोशी, महिला भागीरथी जोशी, उपाध्यक्ष चन्द्रशेखर मौलेखी, कोषाध्यक्ष निशांत वर्मा, प्रचार मंत्री भूपेन्द्र जोशी, आनंद बिष्ट आदि व्यापारीगण शामिल थे।

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