समाचार सच, देहरादून। राजपुर थाना पुलिस ने एनआरआई महिला की 20 करोड़ रुपए की संपत्ति के फर्जी दस्तावेज बनाकर उसे बेचने की कोशिश करने वाले शेरखान गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में गैंग के चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना शेरखान समेत अन्य आरोपी फिलहाल फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
राजपुर थाना क्षेत्र के किशनपुर निवासी सुमन देवी ने 21 नवंबर को पुलिस को शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि उनकी दोस्त रितु मेहता, जो विदेश में रहती हैं, ने अपनी किशनपुर स्थित जमीन और बंगले की देखरेख की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी थी। सुमन देवी ने पुलिस को बताया कि शेरखान गैंग ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर रितु मेहता की संपत्ति पर कब्जा करने का प्रयास किया।
पुलिस ने मामले की जांच के दौरान रजिस्ट्री कार्यालय, राजस्व विभाग और बैंकों से दस्तावेज जुटाए। इन दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर, मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गैंग के चार सदस्योंकृविकास सुंदरियाल उर्फ सोनू मूंछ, विनोद कुमार उर्फ केडी, महेश चौहान और प्रमोद गिरी को गिरफ्तार किया।
राजपुर थाना प्रभारी पीडी भट्ट ने बताया कि यह गिरोह खाली पड़े मकान और जमीनों की रेकी करता था। उसके बाद उन प्रॉपर्टीज के फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते थे। दस्तावेज तैयार होने के बाद संपत्ति पर कब्जा कर उसे बेचने की कोशिश की जाती थी। गिरोह में करीब 10-12 लोग शामिल हैं, जिनका सरगना शेरखान है।
गिरफ्तार आरोपी विकास सुंदरियाल उर्फ सोनू मूंछ और शेरखान पर उत्तर प्रदेश में भी कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस इनके आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है। साथ ही, गिरोह द्वारा कब्जाई गई अन्य संपत्तियों की भी पड़ताल की जा रही है।
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